मुंबई/नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय कंपनियां अब विदेशी शेयर बाजारों के साथ ही अहमदाबाद स्थित अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) पर सीधे सूचीबद्ध हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि सरकार शहरों को अपनी रेटिंग सुधारने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, ताकि उन्हें अपने बांड के लिए बेहतर मूल्य मिल सके।
वित्त मंत्री ने यहां सांताक्रूज स्थित ताज होटल में कॉरपोरेट बॉन्ड रेपो रेट प्लेटफॉर्म की लॉन्चिंग के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि घरेलू कंपनियां अब विदेश में प्रतिभूतियों को प्रत्यक्ष रूप से सूचीबद्ध कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने आईएफएससी एक्सचेंज पर सूचीबद्ध और गैर-सूचीबद्ध कंपनियों की प्रत्यक्ष सूचीबद्धता को मंजूरी देने का फैसला भी किया है।
सीतारमण ने कॉरपोरेट बांड बाजार को मजबूत करने में मदद के लिए एएमसी रेपो निपटान और कॉरपोरेट ऋण बाजार विकास कोष की शुरुआत करते हुए कहा कि यह एक बड़ा कदम है। इससे भारतीय कंपनियों को बेहतर मूल्यांकन की सुविधा और वैश्विक पूंजी तक पहुंच मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने एक नियामक प्रभाव मूल्यांकन की अपील भी किया, ताकि विनियमित संस्थाएं और बाजार अपने फैसलों के नतीजों को बेहतर ढंग से समझ सकें।