एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में ज्वैलरी के रिटेल सेक्टर में बीते 6 साल में 30 बिलियन डॉलर की बढ़ोत्तरी हुई है। उद्योग में तेजी से वृद्धि बढ़ती डिस्पोजेबल इनकम को दर्शाती है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ऑल बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन योगेश सिंघल ने कहा कि सुरक्षित निवेश के तौर पर लोग सोना खरीद रहे हैं इसलिए ये आंकड़े बढ़े हैं लेकिन ज्वैलर की बात करें तो पहले जितनी ज्वैलरी बिकती थी उस अनुपात में गिरावट आई है। वहीं एसोसिएशन के ही अन्य सदस्य विमल गुप्ता ने कहा कि जबसे मोदी जी आए हैं व्यापार भी काफी बढ़ा है। एक्सपोर्ट में भी और घरेलू बाजार में भी सोने की मांग में बढ़ोत्तरी हुई है। आभूषण विक्रेता पंकज गोयल ने कहा कि ज्वैलरी सेक्टर में बहुत अच्छी वृद्धि हुई है क्योंकि दिन प्रतिदिन सोने का भाव बढ़ रहा है तो ग्राहक सोना खरीदने आ रहा है। वहीं अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने कहा कि भारत में ज्वैलरी रिटेल में काफी ग्रोथ बीते सालों में हुई है। एक तो रिटेल में डिस्पोजेबल इनकम काफी बढ़ी है दूसरा ज्वैलरी में हॉलमार्किंग होने से लोगों का कॉन्फिडेंस ज्वैलरी को लेकर बढ़ा है। तीसरा हम एक साधारण भारतीय की खर्चा करने की टेन्डेंसी बढ़ती जा रही है इसलिए भी ऐसा हुआ है। पीपी ज्वैलर्स के फाउंडर पवन गुप्ता ने कहा कि जब से मोदी जी आए हैं देश की अर्थव्यवस्था बहुत तेज रफ्तार से बढ़ी है लोगों की पर्चेज़िंग कैपेसिटी बढ़ी है। आने वाले समय में इससे ज्यादा भी बढ़ सकता है।