नई दिल्ली। भारतीय नौसेना 7 फरवरी को नई दिल्ली के मानेकशॉ कन्वेंशन सेंटर में गुणवत्ता आश्वासन सम्मेलन का आयोजन करेगी। इसका उद्देश्य भारत के रक्षा विनिर्माण इकोसिस्टम को आगे बढ़ाने के लिए एक रणनीतिक मंच प्रदान करना है। गुणवत्ता आश्वासन सम्मेलन की विषय-वस्तु ‘सहयोगात्मक गुणवत्ता आश्वासन : उद्योग जगत और रक्षा क्षेत्र के बीच के अंतर को पाटना’ है।
यह सम्मेलन रक्षा और जलपोत निर्माण क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं के बीच बातचीत को बढ़ावा देने तथा सहयोग को विस्तार देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करेगा। यह सम्मलेन नवाचार, सहयोग और परिचालन उत्कृष्टता के सिद्धांतों पर कार्यरत केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को रेखांकित करता है। यह विश्व स्तरीय मानकों को पूरा करने वाले एक मजबूत व आत्मनिर्भर जहाज निर्माण उद्योग को विकसित करने में एक महत्वपूर्ण प्रवर्तक के रूप में गुणवत्ता आश्वासन के महत्व पर जोर देता है।
भारत का जहाज निर्माण क्षेत्र राष्ट्रीय रक्षा के लिए एक बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार है, तो ऐसे में यह सम्मेलन दक्षता, विश्वसनीयता और प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए गुणवत्ता आश्वासन कार्य प्रणालियों में सामंजस्य स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। यह आयोजन पोत निर्माण गुणवत्ता आश्वासन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के उद्देश्य से उन्नत दृष्टिकोण और रणनीतियों पर चर्चा करने हेतु सरकार, रक्षा उद्योग जगत तथा गुणवत्ता आश्वासन विशेषज्ञों के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को एक साथ लाएगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि हमारे नौसेना प्लेटफॉर्म परिचालन तत्परता के उच्चतम मानकों को पूरा करने के लिए सुसज्जित हैं। इस कार्यक्रम में सक्रिय गुणवत्ता नियंत्रण और उद्योग जगत के साथ सहयोग, प्रभावी भागीदारी के माध्यम से गुणवत्ता आश्वासन बढ़ाने के लिए रूपरेखा विकसित करना है।
टाइप टेस्ट और जोखिम शमन रणनीतियों को सुव्यवस्थित करना, अनुपालन सुनिश्चित करने और जोखिमों को कम करने के लिए परीक्षण प्रक्रियाओं को अनुकूलित करना है। गुणवत्ता आश्वासन और पोत निर्माण की समयसीमा को संतुलित करना, मांग वाली परियोजना अनुसूची के भीतर उच्च गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने की दोहरी चुनौती को पूरा करना है। वहीं, विलंब शमन रणनीतियों के साथ गुणवत्ता आश्वासन को एकीकृत करना, परियोजना वितरण समयसीमा के साथ गुणवत्ता आश्वासन को संरेखित करने के लिए नवीन दृष्टिकोण की खोज करना है। यह सम्मेलन युद्धपोत निर्माण में गुणवत्ता आश्वासन और परिचालन दक्षता के बीच अंतर-संबंध की गहरी समझ को बढ़ावा देने, जोखिमों को कम करने और प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि एवं वैश्विक सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को प्रस्तुत करने तथा साझा लक्ष्यों को हासिल करने के लिए रक्षा संगठनों, उद्योग हितधारकों और नीति निर्माताओं के बीच सहयोग को बढ़ावा देने का प्रयास करता है।