नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को नई दिल्ली में अपने आवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने भारत में आयोजित वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी की बैठक के बारे में जानकारी दी। गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “भारत में आयोजित यूनेस्को के वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी की बैठक का आज समापन होगा। यूनेस्को ने अब तक विश्व की ऐतिहासिक धरोहरों को चिन्हित किया है, जो किसी एक देश की नहीं बल्कि पूरी मानवता की धरोहर हैं। इनके रखरखाव और देखरेख के लिए 195 देशों ने समझौता किया था।
भारत भी इसका हिस्सा है। 1972 से लेकर अब तक इस कन्वेंशन के तहत भारत को अहम जिम्मेदारी दी गई है।” उन्होंने कहा, “भारत को यूनेस्को के वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी में पहली बार काम करने का मौका मिला। इसी के चलते भारत को वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी की अध्यक्षता दी गई। ऐसा कार्यक्रम आयोजित कर भारत की क्षमता बढ़ी है, इसमें 165 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। और हमने बहुत ही कम समय में इस कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजित कराया है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सराहना की और कहा, “पीएम मोदी ने कहा था कि हम विरासत और विकास का विजन लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
भारत की ज्यादा से ज्यादा साइट विश्व धरोहर की सूची में आए, यहीं हमारी कोशिश है।” गजेंद्र सिंह शेखावत ने यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में असम के मोईदाम ऐतिहासिक टीला को शामिल करने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “यूनेस्को के वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी का पहली बार भारत में आयोजन किया गया और इसमें मोईदाम ऐतिहासिक टीला को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया। ये भारत के लिए गौरवपूर्ण क्षण है।” उन्होंने आगे कहा कि जब से देश में पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी है, तब से अब तक 13 स्थल विश्व हेरिटेज की सूची में शामिल हुए हैं। मोदी सरकार में कल्चर को अहम स्थान दिया गया है।