जम्मू। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर रविवार तड़के सेना के जवानों ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। साथ ही जवानों ने एक घुसपैठिए को मार गिराया और दो अन्य को पकड़ लिया है। रक्षा अधिकारियों ने यह जानकारी दी। 8 अप्रैल को रात लगभग 10.15 बजे पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर तैनात सैनिकों ने नियंत्रण रेखा के करीब एक समूह (तीन व्यक्तियों) के एक संदिग्ध गतिविधि को देखा।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि करीब आधी रात को समूह ने नियंत्रण रेखा पार की और अपनी तरफ से घुसपैठ शुरू कर दी।
सतर्क सैनिकों ने घुसपैठ करने वाले समूह पर निरंतर निगरानी रखी। आज (रविवार) लगभग 2 बजे जैसे ही समूह बाड़ के पास पहुंचा, बाड़ पर तैनात सतर्क सेना के जवानों ने घुसपैठियों को चुनौती दी।
इस दौरान सेना के जवानों ने फायरिंग कर एक घुसपैठिये को ढेर कर दिया, जबकि अन्य दो जंगल में भागने में सफल रहे।
प्रवक्ता ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार उनके पलायन को रोकने के लिए इलाके को तुरंत घेर लिया गया। फायरिंग के बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया, इस दौरान मुठभेड़ स्थल पर एक घुसपैठिए का शव बरामद किया गया। जैसे ही जंगल में तलाशी आगे बढ़ी, एक घुसपैठिए को घायल अवस्था में जिंदा पकड़ लिया गया।
उन्होंने कहा कि बाद की तलाशी में तीसरे घुसपैठिए को भी जिंदा पकड़ा गया। अब तक के तलाशी अभियान में तीन बैग के साथ करीब 17 किलो वजन के चौदह पैकेट नशीले पदार्थ, पाकिस्तानी मुद्रा, कुछ दस्तावेज और खाने का सामान बरामद किया गया है।
लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद के अनुसार, प्रारंभिक पूछताछ के दौरान जिंदा पकड़े गए दो घुसपैठियों ने दावा किया कि वे (तीनों) पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) के निवासी हैं और चंजाल गांव के मैदान मोहल्ला के रहने वाले हैं।
अपनी त्वरित कार्रवाई से सतर्क भारतीय सेना के जवानों ने एक नार्को आतंकी समूह की घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया है, जिसमें अपने नापाक मंसूबों के जरिए पुंछ और राजौरी जिलों में शांति भंग करने की क्षमता थी।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना नियंत्रण रेखा पर लगातार सतर्क है और भविष्य में भी इस तरह के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।