नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने ईडी के पांचवे समन के बावजूद जांच एजेंसी के सामने जाकर सवालों का जवाब नहीं देने और धरना करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए कहा है कि अरविंद केजरीवाल कानून व्यवस्था का उल्लंघन कर रहे हैं।
संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा कि केजरीवाल ईडी द्वारा दिए गए पांचवे समन के बावजूद नहीं जा रहे हैं, लेकिन भाजपा के दफ्तर के आगे नाटक कर रहे हैं।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा. “केजरीवाल का एक ही नारा, काम जीरो और ड्रामा सारा।”
लेखी ने आरोप लगाया कि एक राज्य के मुख्यमंत्री को नियम-कानून का पालन करना चाहिए, कानून व्यवस्था को बनाए रखना चाहिए लेकिन इसकी बजाय वो कानून व्यवस्था का उल्लंघन कर नाटक करने में लगे हुए हैं। वो जानते हैं कि उन्होंने भ्रष्टाचार किया है, उनके पास ईडी के सवालों का जवाब नहीं है और उन्हें इसका अहसास है कि उन्हें जेल जाना पड़ सकता हैं। अगर उन्हें लगता है कि यह जांच राजनीति से प्रेरित है तो कोर्ट जाकर इसे रद्द क्यों नहीं करवाते हैं ?
आम आदमी पार्टी द्वारा भाजपा पर दिल्ली सरकार को गिराने की कोशिश करने के आरोपों पर पलटवार करते हुए लेखी ने कहा कि भाजपा को ऐसा करने की जरूरत नहीं हैं। केजरीवाल की असलियत जानने के बाद जैसे चंडीगढ़ में उनके लोगों ने उनका साथ छोड़ दिया, वैसे ही दिल्ली में उनके लोग (विधायक) उनका साथ छोड़ देंगे।
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के मसले पर लोक सभा से विपक्षी दलों द्वारा वॉकआउट करने की भी कड़ी आलोचना करते हुए केंद्रीय मंत्री लेखी ने सवाल पूछा कि क्या भ्रष्टाचार करना लोकतंत्र है? क्या देश का पैसा बाहर भेजना लोकतंत्र है?
वहीं भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी केजरीवाल को भ्रष्टाचार का पुरोधा बताते हुए कहा कि वह लोगों को भड़का रहे हैं। दिल्ली के लोगों को संदेश दे रहे हैं कि कानून व्यवस्था को नहीं मानना चाहिए। तिवारी ने कहा कि केजरीवाल को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।