नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने रविवार को कहा कि विदेश भेजने का झांसा देकर लोगों को ठगने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने जांच में पाया है कि मेक्सिको और अल सल्वाडोर स्थित एजेंट भी गिरोह के लिए काम कर रहे थे। 80 पासपोर्ट भी जब्त किए गए हैं। गिरोह ने शेंगेन वीजा (27 देशों में वैध है) के लिए 6 लाख रुपये लिए। मैक्सिको सीमा के जरिए अमेरिका में अवैध प्रवेश के लिए प्रति व्यक्ति करीब 27 लाख रुपये चार्ज करते थे।
पुलिस ने इनके कब्जे से विभिन्न देशों के 80 पासपोर्ट और जाली दस्तावेज बरामद किए हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 48 वर्षीय गिरीश भंडारी, 23 वर्षीय हिमांशु मेहता, 22 वर्षीय गगन शर्मा और 38 वर्षीय रमेश आर्य के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि वे लंबे समय से इस धंधे में थे। गिरीश भंडारी गिरोह का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। अधिकारी ने कहा, दिल्ली के तिलक नगर में छापेमारी कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। हमें पता चला कि आरोपी टूर एंड ट्रैवल बिजनेस की आड़ में क्राइम सिंडिकेट चला रहे थे। आरोपियों के एनसीआर में एजेंट हैं।
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वे पिछले 10 से 12 साल से अवैध रैकेट चला रहे थे। पुलिस ने कहा कि नेटवर्क हरियाणा, पंजाब और गुजरात सहित कई राज्यों में फैला हुआ था।
रैकेट के सदस्य संचार के लिए और अपने अवैध कारोबार को सुविधाजनक बनाने के लिए एन्क्रिप्टेड एप्लिकेशन का उपयोग कर रहे थे।