कानपुर। कानपुर की ADCP (अपर पुलिस उपायुक्त) साउथ अंकिता शर्मा डीपफेक का शिकार हुई हैं। उनका आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से वीडियो बनाया गया है। जिसमें लोगों को पेंसिल पैक कर पैसा कमाने का ऑफर दिया जा रहा है। वर्क फ्रॉम होम की सुविधा वाले जॉब के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं।
वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। गोविंद नगर थाने में पुलिस ने FIR दर्ज की। साइबर सेल और क्राइम ब्रांच मामले की जांच में जुट गई है।
आपको बता दें कि इस वीडियो में हर महीने 30 हजार रुपए सैलरी देने का ऑफर IPS अफसर अंकिता शर्मा का फुटेज इस्तेमाल किया गया है। इसमें IPS अफसर मैसेज दे रही हैं- नमस्कार दोस्तों, अगर आप लोगों को पेंसिल पैक करने का काम करना है, तो कंपनी के लोग आपके घर पेन और पेंसिल लेकर आएंगे।
आपको एक डिब्बे में 10 पेन या पेंसिल पैक करनी होगी। पैकिंग के बाद माल रिसीव किया जाएगा। इस जॉब को महिला या पुरुष कोई भी कर सकता है। अगर आप जॉब करना चाहते हैं, तो दिए गए नंबर पर तुरंत कॉल करें। इसके बदले में आपको 30 हजार रुपए सैलरी दी जाएगी। 15 हजार रुपए एडवांस भी दिए जाएंगे।
वीडियो में एक महिला पेंसिल पैक कर रही है। साथ में IPS अंकिता का वीडियो लगा है। 9335744387 मोबाइल नंबर दिया गया है। वीडियो को अमित कुमार नाम के फेसबुक पेज पर अपलोड किया गया है। प्रोफाइल में पेन-पेंसिल लिखा है। एड्रेस में गुजरात के सूरत का पता है। एक दूसरा फोन नंबर भी जारी किया गया है।
फेसबुक पेज पर पेंसिल पैक करते हुए महिलाओं का वीडियो भी है। साथ ही एडवांस पैसे कमाने की बात कही जा रही है। इसे लोग शेयर कर रहे हैं। कमेंट भी किए जा रहे हैं। एक वीडियो में ‘बेरोजगार अड्डा’ का लोगो लगा है।
जानकारी के मुताबिक रोबोटिक आवाज के साथ IPS का वीडियो बनाया गया साइबर ठगों ने वीडियो में रोबोटिक आवाज का इस्तेमाल किया है। पेन पैकिंग कर हजारों रुपए कमाने का लालच देने वाले वीडियो को मोबाइल नंबर के साथ सोशल मीडिया पर वायरल किया है।
गोविंद नगर थाना प्रभारी प्रशांत मिश्रा ने बताया- सोशल मीडिया पर अंकिता शर्मा के फुटेज का इस्तेमाल करते हुए नौकरी का फेक विज्ञापन जारी किया गया है। 32 सेकेंड के वीडियो में AI का इस्तेमाल कर उनकी आवाज में मैसेज दिया जा रहा है। घर बैठे हजारों रुपए कमाने की बात कही गई।
वीडियो में एक मोबाइल नंबर भी दिया गया, जो साइबर ठगों का ही है। ADCP अंकिता के आदेश पर दरोगा सनित मलिक ने IT एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद मामले की जांच साइबर सेल और क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई।
इस मामले में थाना प्रभारी प्रशांत मिश्रा ने बताया वीडियो में जो नंबर दिया है। वह साइबर ठगों का है। जॉब के लिए हमने नंबर पर कॉल की थी। दूसरी तरफ से तत्काल OTP मांगी गई। यह ऑनलाइन बैंकिंग से जुड़ी OTP थी। जैसे ही उन्हें OTP बताया जाता, वो पैसे ट्रांसफर कर लेते। ठग लोगों को मोटी कमाई का लालच देते हुए ठग रहे हैं। लोगों को झांसे में लेने के लिए ही अधिकारी के वीडियो का गलत इस्तेमाल किया गया है।