नई दिल्ली। ईरान और इजराइल के मध्य चल रहे तनाव और जंग के बीच साइबर अटैक का बड़ा मामला सामने आया है। ईरान के परमाणु संयंत्रों और तीनों सरकारी शाखाओं पर एक बड़ा साइबर हमला हुआ है। ईरान इंटरनेशनल ने शनिवार को हुए इस हमले के बाबत ईरान के साइबरस्पेस की सर्वोच्च परिषद के पूर्व सचिव का हवाला देते हुए रिपोर्ट जारी किया है। हालांकि इस हमले के पीछे इजराइल का हाथ है कि नहीं यह स्पष्ट नहीं है लेकिन एक अक्टूबर के मिसाइल अटैक के बाद इसे जवाबी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है।
रिपोर्ट में ईरान की सुप्रीम काउंसिल ऑफ साइबरस्पेस के पूर्व सचिव फिरोजाबादी के हवाले से कहा गया है कि ईरान सरकार की लगभग हर शाखाएं विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका इस साइबर हमले से प्रभावित हुई हैं। इस घटना के बाद ईरान की कई महत्वपूर्ण जानकारियां चोरी हुई हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे परमाणु संयंत्रों को भी साइबर हमलों को निशाना बनाया गया है। साथ ही ईंधन वितरण, सिटी नेटवर्क, परिवहन नेटवर्क, बंदरगाह नेटवर्क और इसी तरह के अन्य नेटवर्क को निशाना बनाया गया है।’
बतादें कि एक अक्टूबर को ईरान के मिसाइल हमले के बाद इजराइल ने जवाबी कार्रवाई की धमकी दी थी। उस धमकी के बाद ईरान के खिलाफ इजराइल की यह बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। इजराइल ने चेतावनी दी थी कि उसका ईरान पर हमला आश्चर्यजनक और बहुत ही घातक होगा। इस हमले के बीच, इजराइली सेना का उत्तरी गाजा में बड़े पैमाने पर अभियान जारी है। इजराइली सेना ने लेबनान में हिज्बुल्लाह आतंकवादियों के ठिकानों पर जमीनी हमला करना जारी रखा है।