देवबंद (सहारनपुर)।बीते 11 वर्ष पूर्व देवबंद में एसपी देहात के गनर से लूटी गई एके 47 मामले में पुलिस ने आज तीन वारंटियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि पुलिस 11 वर्ष बीत जाने के बाद भी देवबंद में एसपी देहात के गनर से लूटी गई एके-47 को बरामद नहीं कर पाई है।
बता दे कि बीते 11 वर्ष पूर्व फल विक्रेता अफजाल की मौत के बाद देवबंद में हुए बवाल के दौरान भीड में शामिल लोगो ने एसपी देहात के गनर से एके-47 लूट ली थी। इस मामले में पुलिस ने आज तीन एनबीडब्ल्यू वारंटी अभियुक्तों को तो गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेज दिया है। लेकिन इतना लंबा समय बीतने के बाद भी पुलिस आज तक एके-47 बरामद नहीं कर सकी है। बता दे कि वर्ष 2013 में देवबंद नगर के मोहल्ला नेचलगढ़ निवासी फल विक्रेता अफजाल की मौत हो गई थी। अफजाल एमबीडी चौक पर रेहड़ी लगाकर फल बेचता था। लोगों ने आरोप लगाया कि वहां से गुजर रहे पुलिसकर्मी का डंडा लगने से उसकी मौत हुई है।
इसको लेकर भीड़ ने उसके शव को सहारनपुर-मुजफ्फरनगर हाईवे पर रखकर जमकर बवाल किया था। पथराव, फायरिंग और आगजनी के साथ ही लोगों ने तत्कीलान एसपी देहात के गनर संदीप राघव पर हमलाकर एके 47 लूट ली थी। इस संबंध में दर्जनों लोगों के विरुद्ध बलवे सहित अन्य संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
देवबंद कोतवाली प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि इस मामले में मोहल्ला मटकोटा निवासी सिकंदर, मोहल्ला कोहला बस्ती निवासी अलताफ और मोहल्ला टांकान निवासी शमशेर के खिलाफ न्यायालय से गैर जमानती वारंट जारी किए थे। तीनों आरोपियों को उनके घरों से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। बता दे कि बीते तीन दिन पहले बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने देवबंद में बवाल के दौरान लूटी गई एके-47 के मामले को उठाने हुए मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर एके-47 बरामदगी की मांग की थी।
संजीव कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपराध नियंत्रण, वांछित और वारंटियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है।