गाजा। हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य इज्जत अल-रिश्क ने कहा है कि इजरायल गाजा पट्टी में सैन्य अभियान फिर से शुरू करने से पहले अपने बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हमास के साथ युद्धविराम समझौते की मांग कर रहा है।
अल-रिश्क ने अपने बयान में कहा कि इज़रायल अपने कैदियों को रिहा करने के लिए एक अस्थायी समझौता चाहता है, ताकि उसके बाद युद्ध और विनाश फिर से शुरू किया जा सके। उन्होंने जोर दिया कि इज़रायल की ओर से अपने बंधकों को बलपूर्वक रिहा करने के प्रयास विफल हो गए हैं और प्रतिरोध के साथ वास्तविक समझौते का कोई विकल्प नहीं है।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि गोलीबारी की स्थायी समाप्ति ही सुरक्षा की एकमात्र गारंटी है। उन्होंने इजरायल से फिलिस्तीनी लोगों का और रक्तपात तथा नरसंहार को रोकने का आह्वान किया और कहा कि हमास इजरायली सेना की पूर्ण वापसी तथा विस्थापित लोगों की उनके घरों में स्वतंत्र रूप से वापसी के लिए प्रतिबद्ध है।
उल्लेखनीय है कि कतर, मिस्र, अमेरिका के साथ, कैदियों की अदला-बदली और गाजा में युद्धविराम हासिल करने के लिए हमास और इज़रायल के बीच एक समझौते में मध्यस्थता कर रहे हैं। इज़रायल का अनुमान है कि गाजा में अभी भी लगभग 134 इज़रायली बंधक हैं, जबकि हमास ने घोषणा की कि उनमें से 70 इजरायली हवाई हमलों में मारे गए हैं।
इज़रायली मानवाधिकार समूह हैमोकेड के अनुसार सात अक्टूबर, 2023 को गाजा में संघर्ष की शुरुआत के बाद से 9,000 से अधिक फ़िलिस्तीनियों को इज़रायली जेलों में बंद कर दिया गया था, जिनमें से कुछ की मौत हो गई थी।