गाजा। गाजा के उत्तरी बेत लाहिया शहर पर शनिवार को इजरायली हमले में कम से कम पांच फिलिस्तीनी मारे गए और अन्य घायल हो गए। मृतकों में दो स्थानीय पत्रकार भी शामिल हैं, तथा अन्य घायल हो गए। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब हमास के नेता काहिरा में मध्यस्थों के साथ गाजा युद्ध विराम वार्ता कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चिकित्सकों ने बताया कि एक कार पर हुए हमले में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। वाहन के अंदर और बाहर भी लोग हताहत हुए। प्रत्यक्षदर्शियों और पत्रकारों ने बताया कि कार में सवार लोग बेत लाहिया में अल-खैर फाउंडेशन नामक चैरिटी संस्था के लिए एक मिशन पर जा रहे थे। इज़रायली सेना की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई।
यह इजरायली हमला हमास के निर्वासित गाजा प्रमुख खलील अल-हय्या की काहिरा की यात्रा के दौरान हुआ है। उनकी यात्रा का उद्देश्य इजरायल के साथ विवादों को हल करना है, जिससे एन्क्लेव में लड़ाई फिर से शुरू होने का खतरा हो सकता है। यह घटना 19 जनवरी के युद्धविराम समझौते की कमजोरी दर्शाती है जिसने गाजा पट्टी में बड़े पैमाने पर लड़ाई को रोक दिया था। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि युद्धविराम के बावजूद इजरायली गोलीबारी में दर्जनों लोग मारे गए हैं। गाजा के चिकित्सकों की ओर से बताई गई कुछ घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए, इजरायली सेना ने कहा कि उसके सैनिकों ने अपने बलों के करीब या सेना के संचालन की जगह के पास जमीन पर बम लगाने वाले ‘आतंकवादी खतरों’ को नाकाम करने के लिए हस्तक्षेप किया।
युद्ध विराम का पहला अस्थायी चरण 2 मार्च को समाप्त हो गया। इजरायल ने वार्ता के दूसरे चरण को शुरू करने से इनकार कर दिया। इसकी जगह उनसे ने घोषणा की कि वह संघर्ष विराम के पहले चरण को रमजान और पासओवर [यहूदी त्योहार] या 20 अप्रैल तक बढ़ाने के प्रस्ताव का समर्थन करता है। उसने कहा कि यह प्रस्ताव ट्रंप प्रशासन के मध्यपूर्व दूत स्टीव विटकॉफ की ओर से आया है। हालांकि हमास ने इसका विरोध किया। फिलिस्तीनी ग्रुप के मुताबिक यहूदी राष्ट्र का यह कदम गाजा युद्ध विराम समझौते के दूसरे चरण के लिए वार्ता को टालने की कोशिश है। दूसरे चरण में इजरायल का गाजा से पूरी तरह से हटना, स्थायी युद्ध विराम लागू होना और हमास की ओर से शेष बंधकों को रिहा करना शामिल है