चित्रकूट। पिछड़ों, दलितों एवं आदिवासियों के नेता समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव एवं बसपा के संस्थापक कांशीराम केे ऊपर जगदगुरू रामभद्राचार्य महाराज की टिप्पणी से सपा कार्यकर्ताओं में रोष है। सपा के जिलाध्यक्ष अनुज यादव के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ताओं ने सदर कोतवाली में तहरीर देकर जगदगुरू के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
शुक्रवार को सपा जिलाध्यक्ष अनुज सिंह यादव ने कहा कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और बसपा संस्थापक कांशीराम लाखों दलितों,पिछडों,अल्पसंख्यकों एवं आदिवासियों के मसीहा रहे हैं। जगदगुरू रामभद्राचार्य महाराज ने दोनों महापुरूषों पर अमर्दादित टिप्पणी करके करोडों समर्थकों की भावनाओं के साथ खिलवाड किया है।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि जगदगुरू के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के लिये कर्वी कोतवाल को पार्टी के एक प्रतिनिधि मंडल ने प्रार्थना पत्र दिया है। चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि 24घंटे के अंदर अगर जगदगुरू के खिलाफ कार्यवाही न हुई तो सपा बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होगी। सपा के प्रतिनिधि मंडल में वरिष्ठ सपा नेता मों गुलाब खान, मान सिंह पटेल, सुभाष पटेल, गया सविता, साहब लाल द्विवेदी एवं रामचन्द्र वर्मा आदि मौजूद रहे।
आपको बता दें कि दो दिन पहले जगतगुरु रामभद्राचार्य ने आगरा में राम कथा सुनाते हुए पिछले दिनों सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती के गठबंधन पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि जब सपा मुखिया अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती में गठबंधन हुआ था तो नारा दिया गया था कि “मिले मुलायम कांशीराम हवा में उड़ गए जय श्री राम ” अब दोनों ही नहीं रहे हैं, ऐसे में अब नारा यह बन गया है कि “मुलायम कांशीराम अब जोर से बोलो जय श्री राम”
जगद्गुरु की इस टिप्पणी को लेकर जगह-जगह विरोध शुरू हो रहा है।