मुजफ्फरनगर। मीरापुर उपचुनाव के लिए राष्ट्रीय लोकदल ने पूर्व विधायक मिथिलेश पाल को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। मिथलेश पाल इसी सीट से पूर्व में विधायक रह चुकी हैं। वह वरिष्ठ नेत्री है। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी में है, लेकिन इससे पूर्व राष्ट्रीय लोक दल और समाजवादी पार्टी में रह चुकी हैं।
वर्ष 1995 में बसपा से जिला पंचायत सदस्य के रूप में उन्होंने अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था। मीरापुर उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। समाजवादी पार्टी ने जहां मीरापुर से सुम्बुल राणा पर दांव खेला है, वहीं रालोद के दावेदारों को इंतजार भी आज खत्म हो गया है। रालोद ने यहां पूर्व विधायक मिथलेश पाल के नाम पर मुहर लगा दी है।
राष्ट्रीय लोकदल द्वारा आगामी मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के लिए मोरना (मीरापुर) से राष्ट्रीय लोकदल की पूर्व विधायक मिथलेश पाल वर्ष 2009 में हुए उपचुनाव में भी राष्ट्रीय लोकदल की ओर से विधायक निर्वाचित हुई थीं। 2024 के उपचुनाव में भी राष्ट्रीय लोकदल द्वारा उन्हें प्रत्याशी बनाया गया है। मिथलेश पाल पिछड़े समाज की महिला हैं और मीरापुर विधानसभा में पिछड़ी जाति के साथ-साथ अन्य समाज में भी पकड़ रखती हैं।
कहा जा रहा है कि अति पिछड़ा वर्ग को साधने के लिए रालोद ने ये दांव चला है। मिथलेश पाल साल 2009 के उपचुनाव में मोरना से नूरसलीम राना को हराकर विधायक चुनी गईं थीं। इसके बाद से उन्हें किसी चुनाव में जीत नहीं मिली। तीन साल पहले वह भाजपा में शामिल हो गईं थीं, लेकिन 2022 में उन्हें टिकट नहीं मिला। सपा के बाद अब भाजपा-रालोद गठबंधन ने भी महिला प्रत्याशी को ही मैदान में उतारा है।