सहारनपुर। सहारनपुर में चिलकाना थानाक्षेत्र में बिजली के गिरे खंभों को ठीक कराने पहुंचा जेई बाढ़ के पानी में बह गया। तलाश कराने पर भी जेई का कोई सुराग नहीं लगा। तकरीबन एक सप्ताह बाद जेई का शव यमुना नदी के आबर गांव के घाट से बरामद हो गया है। जेई प्रमोद कुमार मूलरूप से लखनऊ के निवासी थे। उनके दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी कक्षा10 में पढ़ रही है। छोटा बेटा कक्षा छह में पढ रहा है। दो वर्ष पहले ही वह सलेमपुर बिजली घर नियक्त हुए थे।
जानकारी के मुताबिक पठेड़ बिजली घर से संबंधित गांव सोंधेबास तथा गाजदीनपुर में बिजली चिलकाना क्षेत्र से पहुंचती है। पिछले सप्ताह यमुना में आई बाढ़ से नदी में खड़े पांच खंभे गिर गए थे। एक सप्ताह से यमुनापार के दोनों गांव में विद्युत आपूर्ति बंद थी। विद्युत आपूर्ति सुचारू करने के लिए सलेमपुर बिजलीघर से संबंधित अवर अभियंता प्रमोद कुमार विभागीय टीम के साथ नदी में पहुंचे थे। जहा वह नदी में गिर गए और खंभों को ठीक कराते समय अवर अभियंता नदी के पानी में चले गए। उसी समय तेज बहाव के चलते अवर अभियंता नदी में बह गए। नदी में कार्य कर रहे विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने शोर मचाया और आसपास के लोगों को एकत्र किया। कर्मचारियों ने जिले के विभागीय अधिकारियों को सूचना दी। तकरीबन एक सप्ताह बाद जेई का शव यमुना नदी के आबर गांव के घाट से बरामद हो गया है।