अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जोरों पर है। इसी बीच मंदिर निर्माण में प्रगति को लेकर भवन निर्माण समिति की बैठक हो रही है, जिसमें मंदिर निर्माण को लेकर अनेक चीजों पर मंथन हो रहा है। राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि मेरा अनुमान है कि 15 मई तक हम मंदिर निर्माण पूर्ण कर लेंगे।
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नृपेंद्र मिश्रा ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मंदिर का निर्माण तब पूर्ण होगा जब राम दरबार आ जाए, द्वितीय तल पूर्ण हो जाए, शिखर पर ध्वज दंड लग जाए, हवाई जहाज का एलिवेशन लाइट आदि का काम हो जाए। इन सब कार्यों को मिलाकर मेरा अनुमान है कि 15 मई तक हम मंदिर निर्माण पूर्ण कर लेंगे। शिखर का निर्माण आखिरी चरण पर है। उसके बाद कलश रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अप्रैल और मई में बहुत सी मूर्तियां भगवान और साधु संतों की स्थापना की जानी हैं। तिथियां तय हो गई हैं।
मेरा अनुमान है कि संभवत आज या कल तक सप्त मंदिर की प्रतिमाएं मंदिर परिसर में आ जाएंगी। उन्हें वहां उनके मंदिर में आदर के साथ स्थापित कर दिया जाएगा। इसके बाद परकोटा के मंदिरों का काम है। फिर अंत में रामदरबार का है। मिश्रा ने बताया कि कल हमारे आर्ट के मुखिया और कर्ताधर्ता वासुदेव आए थे। उन्होंने प्रथम तल पर गर्भगृह के ऊपर शिला लगी हुई है, उसका परीक्षण किया और उसकी स्वीकृति दे दी है। यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि उस शिला पर रामेश्वरम में भगवान राम द्वारा शिव जी का पूजन होता है। वह शिला दक्षिण और उत्तर को जोड़ने में बहुत महत्वपूर्ण है।
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नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि मंदिर के ईस्टर्न एंट्रेंस पर हिंदी और अंग्रेजी में पहले से ही 500 वर्ष का इतिहास लिखा हुआ है। राम दरबार के कार्यक्रम की जिम्मेदारी न्यास की है। उसे जनरल सेक्रेटरी तय करेंगे। मंदिर परिसर में लाइटिंग का मामला चर्चा में है। यहां की लाइटिंग ऐसी न हो कि यह पिकनिक स्पॉट बने और श्रद्धालुओं के मन की शांति में बाधा पड़े। इन सब चीजों को देखा जा रहा है। उसके बाद निर्णय लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की छाया के लिए एलएनटी और राजकीय निर्माण निगम व्यवस्था कर रहे हैं, जिससे किसी को असुविधा न हो।