लखनऊ। मुख्तार अंसारी को उनकी मां राबिया खातून के कब्र के नजदीक दफनाया गया है। वहीं बांदा की सीजेएम कोर्ट ने मुख्तार अंसारी की मौत की न्यायिक जांच के आदेश दिये थे। बांदा की एसीजेएम (अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) गरिमा सिंह को एक माह में जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। मुख्तार अंसारी की न्यायिक जांच के लिए गठित टीम शनिवार सुबह बांदा जेल पहुंची है।
आपको बता दें कि शनिवार को जांच अधिकारी नामित की गयीं एसीजेएम गरिमा सिंह बांदा जेल पहुंचीं। टीम के साथ बांदा की जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल, एसपी, एजीजे समेत कई अन्य अधिकारी बांदा जेल पहुंचे। सीजेएम कोर्ट ने आदेश में कहा है कि इनका मकसद मुख्तार अंसारी की मौत की जांच में पारदर्शिता और उचित प्रक्रिया का पालन करना है।
वहीं मुख्तार अंसारी के परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि जेल में उन्हें जहर दिया गया था, जिससे मौत हुई है। जेल प्रशासन के अनुसार गुरुवार रात मुख्तार अंसारी की अचानक तबीयत बिगड़ गयी थी। जिसके बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से मुख्तार अंसारी की मौत हुई थी।