नई दिल्ली। आईआईटी-बॉम्बे के प्लेसमेंट डेटा में इस साल औसत पैकेज का बढ़ना अच्छी खबर है, लेकिन कम पैकेज मिलने की समस्या भी महत्वपूर्ण है। लेकिन अब आईआईटी-बॉम्बे में साल 2024 के लिए प्लेसमेंट खत्म हो गए हैं। इस साल औसत पैकेज 23.5 लाख रुपये रहा। यह पिछले साल के मुकाबले थोड़ा ज्यादा है। पिछले साल औसत पैकेज 21.8 लाख रुपये था। लेकिन, इस साल कुछ छात्रों को 4 लाख रुपये सालाना तक के कम पैकेज भी मिले हैं। इससे शिक्षा जगत में चिंता बढ़ गई है। इस साल 10 छात्रों को 4 लाख से 6 लाख रुपये सालाना के बीच नौकरी मिली है। औसत सैलरी में 7.7 फीसदी की बढ़ोतरी के बावजूद पिछले साल के मुकाबले इस साल कैंपस प्लेसमेंट के जरिए कम छात्रों को नौकरी मिली है।
आईआईटी-बॉम्बे की रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि इस साल प्लेसमेंट की स्थिति चुनौतीपूर्ण रही, हालांकि उच्च पैकेज वाले ऑफर अभी भी काफी संख्या में थे। 123 कंपनियों ने 20 लाख रुपये से अधिक के पैकेज के साथ 558 नौकरियों की पेशकश की, और 230 नौकरियों के लिए 16.75 लाख से 20 लाख रुपये के बीच का पैकेज दिया गया। यह जानकारी यह भी दर्शाती है कि उच्च वेतन की पेशकश के बावजूद, कुल प्लेसमेंट प्रतिशत में कमी आई है।
आईआईटी बॉम्बे में इस साल प्लेसमेंट की स्थिति काफी सकारात्मक रही है। रिपोर्ट के अनुसार, इस साल आईआईटी बॉम्बे से भर्ती करने वाली कंपनियों की संख्या में 12 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है। 2023-24 अकादमिक सत्र के लिए प्लेसमेंट के दोनों चरणों में कुल 78 अंतरराष्ट्रीय ऑफर स्वीकार किए गए हैं, जिनमें से 22 ऑफर 1 करोड़ रुपये प्रति वर्ष से अधिक के हैं। भारतीय कंपनियों में 622 छात्रों को नौकरी मिली है, जबकि 775 छात्रों को बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरियां मिली हैं। हालांकि, प्लेसमेंट सीजन का दूसरा चरण धीमी गति से शुरू हुआ था, लेकिन अप्रैल के बाद इसमें तेजी आई और इस चरण के दौरान लगभग 300 नौकरी के ऑफर मिले।
रिपोर्ट के मुताबिक, 543 कंपनियों ने रजिस्ट्रेशन कराया, जिनमें से 388 ने प्लेसमेंट ड्राइव में हिस्सा लिया और 364 कंपनियों ने नौकरी के प्रस्ताव दिए। इससे कुल मिलाकर 75% प्लेसमेंट प्रतिशत का आंकड़ा प्राप्त होता है। यह प्रतिशत प्लेसमेंट ड्राइव में शामिल छात्रों की कुल संख्या के आधार पर है। जिन छात्रों को प्लेसमेंट नहीं मिला, उन्होंने नौकरी पाने के लिए अन्य विकल्पों की खोज की है।
रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, यह संकेत मिलता है कि इंजीनियरिंग और तकनीकी क्षेत्र में करियर की संभावनाएं बढ़ रही हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल सूचना प्रौद्योगिकी और तकनीकी क्षेत्र में भर्तियों में बढ़ोतरी हुई है, जिससे यह क्षेत्र छात्रों के लिए आकर्षक विकल्प बन रहा है। 106 कोर इंजीनियरिंग कंपनियों ने एंट्री-लेवल की नौकरियों के लिए 430 छात्रों को चुना है, जो इस क्षेत्र में अवसरों की उपलब्धता को दर्शाता है।
हालांकि, इस साल कंसल्टिंग कंपनियों ने पिछले साल के मुकाबले कम छात्रों को नौकरियां दी हैं। इस साल 29 कंसल्टिंग कंपनियों ने 117 छात्रों की भर्ती की है। ट्रेडिंग, बैंकिंग और फिनटेक कंपनियां इस साल प्रमुख रूप से भर्ती करने वाली कंपनियों में शामिल रहीं। इस साल फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर की 33 कंपनियों ने 113 नौकरियों के ऑफर दिए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग, प्रोडक्ट मैनेजमेंट, मोबिलिटी, 5G, डेटा साइंस और एनालिटिक्स और शिक्षा क्षेत्रों में भर्तियां तेज रहीं।
विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के ऑफर की स्थिति कुछ हद तक बदल गई है। डिजाइन कंपनियों ने 33 नौकरियों के ऑफर दिए, जो कि पिछले साल की तुलना में कम है। एजुकेशन सेक्टर में 11 कंपनियों ने 30 नौकरियों की पेशकश की। रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेक्टर में कई तकनीकी और वैज्ञानिक क्षेत्रों में नौकरियों के ऑफर थे। कुल मिलाकर, 36 संगठनों ने 97 पदों की पेशकश की और पीएचडी छात्रों में से 32 को नौकरी के ऑफर मिले।