मुंबई। कंगना रनौत इन दिनों अपनी बहुप्रतीक्षित राजनीतिक-ड्रामा ‘इमरजेंसी’ के प्रचार में व्यस्त हैं। इस फिल्म में वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभाती नजर आएंगी। अभिनेत्री ने गांधी परिवार के साथ ही भाई-भतीजावाद पर अपने विचार साझा किए।
इंदिरा गांधी और उनकी पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए कंगना ने कहा, “स्पष्ट रूप से, इंदिरा गांधी भाई-भतीजावाद का प्रोडक्ट थीं। मैं फिल्म इंडस्ट्री में जब कुछ ऐसे लोगों से मिलती हूं, जिन्हें मैं पसंद नहीं करती या जिनके जैसा बनना नहीं चाहती, तब भी मैं पूरे ध्यान के साथ उनका किरदार निभाती हूं क्योंकि एक कलाकार होने का मतलब है कि आप किसी भी तरह की धारणा दूर करें।”
मंडी संसदीय सीट से सांसद- अभिनेत्री ने आगे कहा, “मैं एक ऐसी पार्टी से आती (भाजपा) हूं, जो लोगों की है, जैसा कि नाम से पता चलता है। ऐसे में विशेष अधिकार क्षेत्र से आए लोगों को संवेदनशील नजरिए के साथ देख सकती हूं।” इंदिरा गांधी एक विशेषाधिकार पृष्ठभूमि से आई थीं। वह देश की तीन बार प्रधानमंत्री रहीं और पंडित जवाहरलाल नेहरू की बेटी थीं। वह सचिव बनी और उन्हें बेहतरीन मंत्रालय मिले, आप इससे अधिक विशेष अधिकार क्या मांग सकते हैं? मैं यह भी स्पष्ट कर दूं कि वह विशेषाधिकार से थीं। इसका मतलब यह नहीं है कि मैं उनकी भूमिका को सही तरह से पर्दे पर नहीं निभा सकती।” अभिनेत्री ने प्रियंका गांधी वाड्रा को ‘इमरजेंसी’ देखने के लिए आमंत्रण देने की भी बात कही।
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अभिनेत्री ने बताया, “मैं संसद में प्रियंका गांधी से मिली थी और पहली बात जो मैंने उनसे कही, वह यह थी कि ‘आपको ‘इमरजेंसी’ देखनी चाहिए’। इस पर उन्होंने कहा, ‘हां हो सकता है।’ तो देखते हैं कि क्या वह फिल्म देखना चाहेंगी। मुझे लगता है कि यह एक प्रकरण और एक व्यक्तित्व का बहुत ही संवेदनशील और समझदारी भरा चित्रण है और मैंने इंदिरा गांधी को बहुत गरिमा के साथ फिल्म में चित्रित करने का बहुत ध्यान रखा है।” ‘इमरजेंसी’ की निर्देशक होने के साथ ही निर्माता भी कंगना रनौत हैं। फिल्म 17 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।