आगरा। शहर में बुधवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब करणी सेना के नेता ओकेंद्र राणा ने पुलिस की मनाही के बावजूद नौफरी गांव में अवैध सभा का आयोजन किया। पुलिस ने कार्यक्रम रोकने का प्रयास किया तो समर्थकों ने हिंसक झड़प शुरू कर दी, जिसमें पुलिस अधिकारी घायल हो गए। मुख्य आरोपी ओकेंद्र राणा फिल्मी अंदाज में फरार हो गया।
पूर्व चेतावनी के बाद भी पुलिस को चुनौती
करणी सेना के नेता ओकेंद्र राणा ने दो दिन पहले ही सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर पुलिस को चुनौती दी थी कि वह 14 मई को आगरा आकर सभा करेगा। प्रशासन ने इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी थी, फिर भी बुधवार दोपहर लगभग 3 बजे राणा नौफरी गांव पहुंचा और ‘राजपूताना के गढ़’ नामक बोर्ड का उद्घाटन करने लगा।
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पुलिस ने की सभा रोकने की कोशिश
कार्यक्रम की सूचना मिलते ही थाना ताजगंज पुलिस और क्षेत्रीय प्रशासन मौके पर पहुंच गया। पुलिस अधिकारियों ने आयोजन को गैरकानूनी करार देते हुए रोकने की कोशिश की, लेकिन ओकेंद्र राणा के समर्थक उग्र हो गए और पुलिस से हाथापाई पर उतर आए।
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ओकेंद्र राणा फिल्मी अंदाज में भागा
जब पुलिस ने ओकेंद्र राणा को हिरासत में लेने की कोशिश की, तभी वह अचानक एक गाड़ी से दूसरी गाड़ी में छलांग मारता हुआ फरार हो गया। यह दृश्य बिल्कुल किसी फिल्मी सीन जैसा था। इस दौरान एसीपी अरीब अहमद ने राणा को पकड़ने की कोशिश की लेकिन गाड़ी तेज रफ्तार में भाग निकली, जिससे एसीपी चोटिल हो गए।
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हिंसा और पुलिस का बल प्रयोग
समर्थकों द्वारा की गई हाथापाई के बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठियां चलाई गईं और कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
प्रशासन का बयान
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया, “यह कार्यक्रम पूरी तरह अवैध था। बिना अनुमति के किसी भी प्रकार का आयोजन कानून के खिलाफ है। उपद्रव फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है और मुख्य आरोपी ओकेंद्र राणा की तलाश जारी है।”
इससे पहले ओकेंद्र राणा गुटिला गांव भी गया था, जहां ‘राजपूताना के गढ़’ नाम से बोर्ड लगवाया गया था। पुलिस की तत्परता से वह कार्यक्रम रद्द हो गया। इसके बाद राणा ने नौफरी गांव का रुख किया जहां पुलिस से मुठभेड़ हुई।