देहरादून। राजधानी देहरादून में भ्रष्टाचार के खिलाफ सतर्कता अधिष्ठान की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। आईएसबीटी चौकी प्रभारी और थाना पटेलनगर में तैनात उपनिरीक्षक देवेंद्र खुगशाल को मंगलवार को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। यह कार्रवाई सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर देहरादून की ट्रैप टीम द्वारा की गई।
मामला एक भूमि विवाद से जुड़ा है। शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया कि उसके दोस्त और तीन अन्य लोगों के खिलाफ जावेद नामक व्यक्ति ने बजरावाला, देहरादून में भूमि विवाद को लेकर शिकायत की थी, जिसकी जांच चौकी प्रभारी देवेंद्र खुगशाल कर रहे थे। आरोप है कि जांच अधिकारी ने गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देकर जांच से नाम हटाने के एवज में 5 लाख रुपये की रिश्वत मांगी।
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शिकायतकर्ता और उसके साथियों ने रिश्वत न देने की ठान ली और सतर्कता अधिष्ठान को पूरी जानकारी दी। अधिष्ठान ने शिकायत की गोपनीय जांच करवाई, जो प्रथम दृष्टया सत्य पाई गई। इसके बाद ट्रैप टीम का गठन किया गया। नियमानुसार कार्रवाई करते हुए 14 मई को चौकी प्रभारी को शिकायतकर्ता से एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।
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अभियुक्त से पूछताछ की जा रही है और उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है।
डॉ. वी. मुरूगेसन, निदेशक सतर्कता, ने ट्रैप टीम को उनकी तत्परता और साहसिक कार्रवाई के लिए नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
सतर्कता विभाग ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी सरकारी कर्मचारी या अधिकारी द्वारा पदीय कार्य के नाम पर रिश्वत मांगी जाए या अवैध रूप से संपत्ति अर्जित की जाए, तो टोल फ्री नंबर 1064 या व्हाट्सएप नंबर 9456592300 पर बेझिझक शिकायत दर्ज कराएं।