Monday, April 21, 2025

मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने मंत्री पद से दिया इस्तीफा, केजरीवाल ने किया मंजूर

नयी दिल्ली- दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोनों मंत्रियों के इस्तीफ़े स्वीकार कर लिये। श्री सिसोदिया कथित आबकारी घोटाला मामले में पांच दिन की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की रिमांड पर हैं। श्री जैन पहले से ही मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद हैं।


श्री सिसोदिया के पास शिक्षा, लोक निर्माण, वित्त, आबकारी, ऊर्जा, जल, स्वास्थ्य जैसे सबसे अहम विभाग थे। श्री सिसोदिया अपने विभागों के साथ ही श्री जैन के स्वास्थ्य विभाग का काम भी देख रहे थे।


गौरतलब है कि श्री सिसोदिया को कथित आबकारी घोटाले मामले में सीबीआई ने लंबी पूछताछ के बाद रविवार को गिरफ्तार किया था।


आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और सांस
द संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोनों मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। श्री सिंह ने ट्वीट किया ”दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है ताकि दिल्ली सरकार के कामकाज में बाधा न आए।”


दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने ट्वीट कर आरोप लगाया, ”आज श्री अरविंद केजरीवाल को श्री मनीष सिसोदिया और श्री सत्येंद्र जैन का इस्तीफा स्वीकार करना पड़ रहा है। शराब घोटाले के असली मास्टरमाइंड श्री केजरीवाल को भी इस्तीफा देना होगा। श्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा का संघर्ष जारी रहेगा।

सिसोदिया के इस्तीफे के बाद आप सरकार ने कैबिनेट में नए मंत्रियों को शामिल किए जाने तक उनके विभाग दो कैबिनेट सहयोगियों कैलाश गहलोत और राज कुमार आनंद को सौंपने का फैसला किया है। सिसोदिया जिन 18 विभागों का नेतृत्व कर रहे थे, उनमें वित्त और पीडब्ल्यूडी सहित आठ विभागों की जिम्मेदारी गहलोत को दी गई है, जबकि शिक्षा और स्वास्थ्य सहित शेष दस विभागों की जिम्मेदारी आनंद को सौंपी गई है।

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गहलोत और आनंद को नई जिम्मेदारी मिलने से दोनों मंत्रियों के पास अब 14-14 विभाग होंगे।

गहलोत पहले से ही छह विभागों को संभाल रहे थे, जिनमें कानून, न्याय और विधायी मामले, परिवहन, प्रशासनिक सुधार, सूचना प्रौद्योगिकी, राजस्व और महिला एवं बाल विकास शामिल हैं।

जबकि राजकुमार आनंद चार विभागों- गुरुद्वारा चुनाव, एससी-एसटी, समाज कल्याण और सहकारिता के मंत्री थे।

गोपाल राय तीन विभागों – विकास, सामान्य प्रशासन विभाग और पर्यावरण, वन और वन्य जीवन को संभालते हैं। इमरान हुसैन के पास दो विभागों-खाद्य आपूर्ति और चुनाव की जिम्मेदारी है।

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