नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनके आवास के नवीनीकरण से संबंधित कथित भ्रष्टाचार की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा शुरू की गई नई जांच को कपटपूर्ण कार्रवाई बताते हुए गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि अगर जांच में उनके खिलाफ कुछ भी नहीं मिला, तो क्या वह इस्तीफा देंगे?
उन्होंने यह बात दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास के नवीनीकरण में कथित करोड़ों रुपये के घोटाले के सिलसिले में सीबीआई द्वारा शुरुआती जांच (पीई) शुरू किए जाने के एक दिन बाद कही।
केजरीवाल ने यहां मीडिया से बात करते हुए केंद्र की भाजपा सरकार पर पलटवार किया और कहा, “यह पहली बार नहीं है। इससे पता चलता है कि आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से प्रधानमंत्री दहशत में हैं। यह पहली पूछताछ नहीं है, उन्होंने अब तक 50 जांचें कराई हैं। उन्होंने मुझ पर शराब घोटाला, बस घोटाला, स्कूल घोटाला और सड़क घोटाला का आरोप लगाया है। उन्होंने मेरे खिलाफ 33 मामले दर्ज करवा चुके हैं।“
उन्होंने कहा, “पिछले आठ साल में उन्होंने मेरे खिलाफ हर चीज की जांच करवाई, मगर कुछ भी गड़बड़ नहीं मिला।“
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा, “दोबारा नई जांच में भी उन्हें कुछ नहीं मिलेगा, वे ऐसा करते रहेंगे। चौथी पास राजा से और क्या उम्मीद की जा सकती है।”
उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “वे चौबीसों घंटे जांच का खेल खेलते रहते हैं। विपक्ष के किस नेता को कैसे जांच में उलझाना है, यही सोचते रहते हैं, वे काम नहीं करते। वे मुझे तोड़ना चाहते हैं, झुकाना चाहते हैं, मगर ऐसा होने वाला नहीं है। वे चाहे कितने भी झूठे मामले दर्ज करें, मैं उनके सामने झुकूंगा नहीं।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं चौथी पास राजा को चुनौती देना चाहता हूं कि अगर इस दोबारा जांच में भी मेरे खिलाफ कुछ नहीं पाया गया तो क्या वह इस्तीफा दे देंगे?”
इससे पहले दिन में, भाजपा ने आप सरकार और दिल्ली के मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि सीबीआई जांच से सच्चाई का पता चल जाएगा।
केजरीवाल के आवास का नवीनीकरण कोविड-19 महामारी के दौरान हुआ था। भाजपा का आरोप है कि नियमों के उल्लंघन कर इसमें काफी धन खर्च किया गया।