नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड्गे ने राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक के मद्देनजर गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख कर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा, भारत जोडो यात्रा के दौरान जम्मू और कश्मीर में राहुल गांधी की सुरक्षा ने चूक बेहद निराशाजनक है। सुरक्षा प्रदान करना केंद्र की प्रमुख जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि भारत पहले ही दो प्रधानमंत्री और सैकड़ों नेताओं को खो चुका है और हम यात्रियों के लिए बेहतर सुरक्षा की मांग करते हैं। भारत जोड़ो यात्रा को सुरक्षाकर्मियों द्वारा दिए सुझाव के बाद इसे निलंबित कर दिया गया था। हम इसकी समाप्ति पर राजनीतिक दलों के नेताओं सहित एक विशाल सभा के होने उम्मीद कर रहे हैं। इस संबंध में गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है।
खड्गे ने पत्र में लिखा कि हम जम्मू-कश्मीर पुलिस की सराहना करते हैं और उनके बयान का स्वागत करते हैं। यह कहते हुए कि वे यात्रा के समापन तक पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करना जारी रखेंगे।
बहरहाल, आप इस बात की सराहना करेंगे कि प्रतिदिन भारत जोड़ो यात्रा में आम लोगों की भारी भीड़ शामिल हुई है। आयोजकों के लिए यह बताना मुश्किल है कि पूरे दिन में कितने लोगों के आने की उम्मीद ह,ै क्योंकि यात्रा में शामिल होने के लिए आम लोगों में सहज भाव है।
हम अगले दो दिनों में यात्रा में शामिल होने के लिए एक विशाल सभा की उम्मीद कर रहे हैं और 30 जनवरी को श्रीनगर में होने वाले समारोह में भी भीड़ हो सकती है। 30 जनवरी को समापन समारोह में कांग्रेस तमाम वरिष्ठ नेता और अन्य महत्वपूर्ण राजनीतिक दलों के नेता शामिल होंगे।
उन्होंने गृह मंत्री से अपील करते हुए कहा, यदि आप व्यक्तिगत रूप से इस मामले में हस्तक्षेप कर सकते हैं और सलाह दे सकते हैं, तो मैं आभारी रहूंगा। संबंधित अधिकारियों को यात्रा की समाप्ति और 30 जनवरी को श्रीनगर में होने वाले समारोह तक पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने के लिए कहा गया है।
इससे पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को कहा था कि 15 मिनट तक भारत जोड़ो यात्रा के साथ कोई सुरक्षाकर्मी नहीं था, और ये एक गंभीर चूक है।
गौरतलब है कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा जम्मू-कश्मीर में यात्रा के अपने अंतिम चरण में है। 7 सितंबर को कन्याकुमारी में शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा 3,970 किलोमीटर, 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करने के बाद 30 जनवरी को श्रीनगर में समाप्त होगी।