उन्नाव उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले के सफीपुर कोतवाली के प्रभारी अशोक कुमार वर्मा ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली।
पुलिस सूत्रों ने सोमवार को बताया कि बीती रात गश्त से लौटने के बाद एसएचओ ने अपने सरकारी आवास पर पहुंच कर फांसी लगा ली। हमराही सिपाहियों की माने तो गश्त से लौटने के बाद उन्होंने 12 बजे वापस हमराहियों को आने के लिए कहा था। घटना रात लगभग 11 बजे की बताई जा रही है।
घटना की जानकारी तब हुई जब थाने का सिपाही सरकारी आवास पहुंचा और अंदर से आवाज न मिलने पर अन्य स्टाफ को जानकारी दी। इसके बाद दरवाजा तोड़कर जब देखा गया तो वह फंदे से लटकते दिखाई दिए। आनन फानन उन्हें उतारकर सीएचसी ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एसएचओ के फांसी लगाने और मौत होने की सूचना मिलते ही एसपी एएसपी के साथ सीओ सिटी और सीओ सफीपुर भी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
वर्ष 2012 बैच के आश्रित कोटे से दरोगा पद पर भर्ती हुए अशोक गुर्जर मूलतः अमरोहा जिले के नौगांवा सादात थाना क्षेत्र के गांव याहियापुर के रहने वाले थे। उनकी मौत की सूचना पर गांव में मातम पसर गया है। उधर, परिजन रात में ही उन्नाव के लिए रवाना हो गए थे। इसी जुलाई में उनका तबादला लखनऊ रेंज के खीरी से उन्नाव हुआ था जिसके बाद बीती पांच जुलाई को उन्हें सफीपुर कोतवाली प्रभारी पद की कमान सौंपी गई थी।
अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि एसएचओ सफीपुर रात लगभग 11 बजे गश्त करके लौटे थे और 12 बजे दुबारा हमराहियों को बुलाया था। इसी बीच इनके परिवार से किसी का फोन आया था, जिससे लग रहा है उसी तनाव में इनके द्वारा सुसाइड कर लिया गया है। कारणों की जांच की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा के साथ डॉग स्क्वायड और एसओजी टीम भी मौके पर पहुंची थी। जहां जांच के दौरान एसएचओ का मोबाइल जांच के लिये जब्त किया गया है। फोन पर अंतिम कॉल डिटेल उनके द्वारा पत्नी से बात करने की मिली है। पुलिस अधिकारी चर्चा में घटना को पारिवारिक कलह मान रहे है।