मुजफ्फरनगर। ज़िले में भूमाफिया अब इतने बेखौफ हो गए है कि अब उन्हें कानून का भी कोई भय नहीं रहा है,अब तो वे किसी सरकारी आदेश और सरकारी अमले या पुलिस को साथ लिए बिना, खुद ही बुलडोजर चलाने लगे है। ऐसा ही एक मामला पुरकाजी से सामने आया है,जहां कोतवाली के गेट के बराबर में अग्रवाल मैडिकल स्टोर के नाम से 40 साल पुरानी
दुकान है, जिसका मामला कोर्ट में विचाराधीन है, बीती रात भूमाफिया ने खुद ही बुलडोजर चलाकर दुकान को ध्वस्त कर दिया जिसके विरोध में भाकियू ने वहां व्यापारी के परिवार के साथ बीती देर रात से धरना शुरू कर दिया है।
पुरकाजी में पुराने हाईवे पर थाने के मुख्य गेट के पास करीब 40 वर्षों से अग्रवाल मैडिकल स्टोर के नाम से दुकान है। दवा व्यापारी दामोदर अग्रवाल का 2008 में निधन हो जाने के बाद से उनकी पत्नी रजनी अग्रवाल अपने पुत्र वंश अग्रवाल उर्फ़ लवी के साथ इस मैडिकल स्टोर का संचालन कर रही हैं। इसी दुकान से उनका गुजारा चल रहा है। कुछ दिन पूर्व दुकान मालिक ने इस जगह मार्केट बनाने की बात करते हुए दुकान खाली करने के लिए कहा था, इस पर दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया था। यह प्रकरण न्यायालय में अभी विचाराधीन है।
बताया जा रहा है कुछ भूमाफियाओं ने पीछे एक मार्केट का निर्माण कर दिया है, उन्होंने ही बीती देर रात दुकान मालिक के साथ मिलकर दुकान पर बुलडोजर चला दिया, इन माफियाओं ने दबंगई दिखाते हुए दो जेसीबी लगाकर अग्रवाल मैडिकल स्टोर की छत गिरा दी और फरार हो गए।छत गिराने की जानकारी मिलने पर वंश अग्रवाल ने भाकियू नेताओं को इसकी जानकारी दी, वंश अग्रवाल खुद भी भाकियू से जुड़ा हुआ है, जिसके चलते बीती रात एक बजे के बाद से ही आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग करते हुए भारतीय किसान यूनियन टिकैत के सैकड़ो कार्यकर्ता कोतवाली के गेट पर धरने पर बैठ गए। भाकियू के साथ वंश अग्रवाल और उनकी मां रजनी अग्रवाल और परिवार भी धरने पर बैठे हुए है। रजनी अग्रवाल ने इंसाफ़ ना मिलने पर क़स्बे से पलायन करने और परिवार के साथ आत्मदाह की चेतावनी दी है।
बुधवार को पूरा दिन धरना चलने के बाद शाम को एसडीएम सदर निकिता शर्मा और सीओ सदर राजू कुमार साव धरने पर पहुंचे और भाकियू नेताओं से वार्ता की। उन्होंने बताया कि तीन आरोपियों के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोनों जेसीबी भी कब्जे में ले ली गई हैं। भाकियू नेताओं ने कस्बा इंचार्ज को हटाने की भी मांग की।थाना प्रभारी जयवीर सिंह ने बताया कि सीसीटीवी कैमरो की फुटेज की सहायता से दोनों जेसीबी और चालकों को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।
इसी बीच धरने पर त्यागी भूमिहार ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मांगेराम त्यागी भी पहुंचे। उन्होंने बताया कि पुरकाजी में इस दुकान को तुड़वाने के लिए 10 लाख रुपये की ऑफर मेरे पास भी आई थी। मैंने ऑफर ठुकरा दिया था। उन्होंने कुछ लोगों पर सत्ता के नशे में लोगों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। मांगेराम त्यागी ने कहा कि अधिकतर थाने और पुलिस चौकियां अवैध बनी हुई हैं। अगर एसएसपी के पास कागज हैं तो वह कागज लाकर दिखाएं।पुरकाजी के चेयरमैन ज़हीर फारुखी ,भाकियू के जिला अध्यक्ष नवीन राठी, पूर्व जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, विवेक राठी, प्रताप सिंह, संजय त्यागी, रिया, आदिल फरीदी, हाफिज मोहसिन, मंगता हसन, दीपक माहेश्वरी, शादी राम पाल आदि भी धरने पर मौजूद रहे। अध्यक्षता प्रताप सिंह व संचालन मोनू प्रधान व आदिल फरीदी ने किया।
- Advertisement -
Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |