मोरना। शुकतीर्थ खादर में जहां बड़े पैमाने पर वन विभाग, सिंचाई विभाग आदि सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं ने कब्जा किया हुआ है। भू माफिया नकली कागज तैयार कर फर्जी बैनामे आदि के द्वारा करोडों का खेल खेल रहे हैं। रविवार को ग्रामीणों की शिकायत पर राजस्व विभाग के अधिकारियों ने अवैध रूप से किए जा रहे कब्जे को रूकवाया वहीं ग्रामीणों ने सरकारी भूमि से अवैध कब्जो को हटवाने की मांग प्रशासन से की है।
तीर्थनगरी शुकतीर्थ निवासी धर्मेन्द्र शर्मा व फिरोजपुर निवासी भूषण ने बताया कि उन्होंने उपजिलाधिकारी जानसठ से शिकायत की हुई है कि शुकतीर्थ खादर के खसरा नंबर 235 में लगभग 100 बीघा भूमि ग्राम सभा व 1020 मीटर भूमि आधा दर्जन किसानों की है। आरोप है कि एक व्यक्ति द्वारा फर्जी तरीके से 1020 मीटर कुल भूमि का बैनामा कर दिया गया है, जबकि उसके हिस्से में मात्र 175 मीटर भूमि आती है।
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खसरा नं. 235 में ही ग्राम सभा द्वारा दस लोगों को पूर्व में सन् 1992-93 में पट्टों का आवंटन भी हुआ है। इस भूमि पर भूमाफियाओं द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा है। उपजिलाधिकारी के आदेश पर मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार ब्रजेश सिंह, राजस्व निरीक्षक ललित मोहन शर्मा, विकास धनगर, शुकतीर्थ चौकी प्रभारी रणवीर सिंह की टीम ने अवैध रूप से किए जा रहे निर्माण कार्य को अग्रिम आदेश तक रूकवा दिया। ग्रामीणों के अनुसार भूमाफियाओं ने जमीन को फर्जी तरीके से महंगे दामों पर बेचना शुरू कर दिया है।
एसडीएम जानसठ जयेन्द्र सिंह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है। निर्माण कार्य रूकवा दिया गया है। जांच पड़ताल की जा रही है। वहीं ग्रामीणों ने भूमि की सही पैमाईश कर अवैध रूप से किये जा रहे कब्जे को हटवाने की मांग जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी जानसठ से की है।