जेनेवा। उत्तरी गाजा पट्टी में इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) के हमले के बाद कमाल अदवान अस्पताल में चिकित्सा सुविधा संचालन व्यवस्था बंद हो गई है। इस हमले में अस्पताल के प्रमुख विभाग नष्ट हो गए थे। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शनिवार को यह जानकारी दी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि उत्तरी गाजा में अंतिम प्रमुख स्वास्थ्य सुविधा को सेवा से बाहर कर दिया गया है और गाजा अधिकारियों के अनुसार कमल अदवान अस्पताल के पास साइटों को निशाना बनाने वाले इजरायली सैन्य अभियान के बाद इसके निदेशक को हिरासत में लिया गया है।
डब्ल्यूएचओ ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “शुक्रवार को कमाल अदवान अस्पताल पर हुए हमले के कारण यहां से चिकित्सा सुविधा बंद कर दी गई। प्रारंभित रिपोर्टों के अनुसार, हमले के दौरान कुछ प्रमुख विभाग बुरी तरह जलकर खाक हो गए।”
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कथित तौर पर 60 स्वास्थ्य कार्यकर्ता और वेंटिलेटर पर मौजूद लोगों सहित गंभीर हालत में 25 मरीज अस्पताल में हैं। संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि मध्यम से गंभीर स्थिति वाले मरीजों को नष्ट हो चुके और गैर-कार्यात्मक इंडोनेशियाई अस्पताल में ले जाने के लिए मजबूर किया गया, क्योंकि वह “उनकी सुरक्षा के लिए बहुत चिंतित थे।”
वहीं, इजराइल की सेना ने बयान जारी कर कहा कि बीते अक्टूबर माह से इजरायली बलों द्वारा उत्तरी गाजा में व्यापक अभियान शुरू करने के बाद से अस्पताल “आतंकवादी संगठनों के लिए एक प्रमुख गढ़ बन गया है और आतंकवादी गुर्गों के लिए ठिकाने के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है”।