नई दिल्ली। आम आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि जेल में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का वजन लगातार कम हो रहा है। अब ‘आप’ के इसी आरोप के जवाब में उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के प्रधान सचिव ने दिल्ली के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने मुख्यमंत्री पर जेल प्रशासन द्वारा खाने के संबंध में निर्धारित की गई समय सारिणी के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
पत्र में कहा गया है कि मुख्यमंत्री जानबूझकर खाना नहीं खा रहे हैं। इससे उनका वजन लगातार कम हो रहा है। दिल्ली राज निवास ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में मुख्य सचिव नरेश कुमार को ये पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है, केजरीवाल के लिए घर से प्रतिदिन खाना आता है, लेकिन इसके बावजूद भी वो इसका सेवन ना करते हुए लो कैलोरी वाली फूड ले रहे हैं। कई दफा जेल प्रशासन की ओर से उन्हें समय पर आहार लेने का सुझाव दिया जा चुका है, लेकिन वो इन सुझावों को दरकिनार कर अपने मन-मुताबिक काम कर रहे हैं। उनके रवैये से लग रहा है कि उन्हें अपने स्वास्थ्य की तनिक भी चिंता नहीं है। पत्र में कहा गया है कि 6 जून से लेकर 13 जुलाई के बीच की डाइट चार्ट से पता चलता है कि वो जानबूझकर कम कैलोरी वाली डाइट का सेवन कर रहे हैं। पहले उनका वजन 63.5 किलोग्राम था, जो कि अब घटकर 61.5 किलोग्राम हो गया है और यह सब कुछ उनके द्वारा कम कैलोरी वाले फूड लेने की वजह से हो रहा है।
पत्र में कहा गया है कि मुख्यमंत्री को ब्रेकफास्ट से पहले 5 यूनिट इंसुलिन लेने की सलाह दी गई है। इसी तरह लंच और डिनर से पहले भी उन्हें इंसुलिन लेने की सलाह दी गई है। उन्हें जेल प्रशासन की ओर से समय पर इंसुलिन मुहैया कराई जाती है। पत्र में यह भी कहा गया है कि मुख्यमंत्री जिस तरह से डाइट नहीं ले रहे हैं, उस पर बीते दिनों उपराज्यपाल ने चिंता भी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि अगर केजरीवाल समय पर और उचित मात्रा में भोजन का सेवन नहीं करेंगे, तो उनका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। दिल्ली के राज निवास से जारी किए गए इस पत्र के बाद अब आम आदमी पार्टी के नेताओं में इसे लेकर रोष देखने को मिल रहा है। सोशल मीडिया के जरिए आम आदमी पार्टी के नेता इस पत्र को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। उधर, एलजी के प्रधान सचिव के इस खत पर दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने कहा, “शराब घोटाले के आरोप में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की एक और साजिश का पर्दाफाश हुआ है। तिहाड़ जेल के सुपरिटेंडेंट की चिट्ठी अब सार्वजनिक हो चुकी है। इसमें स्पष्ट कहा गया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिन्हें घर का खाना दिया जाता है, वो अब जानबूझकर लो कैलोरी वाली फूड ले रहे हैं। उन्होंने 6 जून से 13 जुलाई तक के बीच खाने की मात्रा कम की है। वो लगातार अपनी डाइट को कम कर रहे हैं, जिससे उनका वजन कम हो जाए, ताकि वो सहानुभूति न्यायालय के सामने रख सकें और बेल मिल जाय।” उन्होंने आगे कहा, “मैं इस बात को लेकर हैरान हूं कि वो 21 दिनों तक बेल पर बाहर थे।
उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए जमकर प्रचार किया, लेकिन तब वजन कम नहीं हुआ, लेकिन अब उन्होंने स्वांग रचना शुरू कर दिया है और इस चिट्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि उनके लिए घर से खाना आता है, लेकिन वो खाते नहीं हैं। वो ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि न्यायालय के सामने खुद को बेचारा दिखा सकें। पहले उन्होंने इंसुलिन की शिकायत की थी, लेकिन अब उन्हें जेल प्रशासन द्वारा इंसुलिन मुहैया कराई जा रही है। सारे तथ्य अदालत के सामने रखे जाएंगे, लेकिन मैं इस बात को लेकर हैरान हूं कि शराब घोटाले में आरोपी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किस हद तक जा सकते हैं।