भावनगर। भावनगर रेलवे मंडल की ओर से वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। मंडल के निर्देशानुसार, ट्रेनों का संचालन करने वाले लोको पायलट निर्धारित गति का पालन करते हुए विशेष सतर्कता के साथ कार्य कर रहे हैं। भावनगर रेलवे मंडल के लोको पायलटों की सतर्कता एवं वन विभाग के फॉरेस्ट ट्रैकरों की मदद से इस वित्तीय वर्ष में अभी तक कुल 89 सिंहों (शेरों) की जान बचाई जा चुकी है।
भावनगर डिवीजन के मंडल रेल प्रबंधक रवीश कुमार ने बताया की सोमवार को लोको पायलट मुकेश एन. मीणा (मुख्यालय-सुरेंद्रनगर) एवं सहायक लोको पायलट वेनी डेन ने पीपावाव साइडिंग-पीपावाव स्टेशन के बीच एक शेरनी और उसके दो बच्चों को रेलवे ट्रैक की ओर आते देखा। मालगाड़ी (गुड्स ट्रेन) पीपावाव पोर्ट से पीपावाव स्टेशन की ओर जा रही थी।
लोको पायलट ने ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोक लिया। तुरंत लोको पायलट ने ट्रेन मैनेजर (गार्ड) बी.बी. बम बम कुमार को सूचित किया गया। सूचना प्राप्त होने पर कुछ समय में ही फॉरेस्ट गार्ड घटनास्थल पर पहुंच गए। जब शेर रेलवे ट्रैक से दूर चले गए और सभी स्थिती नॉर्मल पाए जाने पर फॉरेस्ट गार्ड ने लोको पायलट को प्रस्थान करने को कहा। इसके बाद लोको पायलट ने ट्रेन को गंतव्य की ओर ले जाना शुरू किया। लोको पायलटों के इस सराहनीय कार्य की अपर मंडल रेल प्रबंधक हिमांशु शर्मा और अन्य अधिकारियों ने प्रशंसा की है।