Thursday, November 21, 2024

मतदाताओं को लुभाने के लिए चुनाव आयोग ने तैयार किया ‘मैं भारत हूं’ गाना, सोशल मीडिया पर मचाई धूम

नई दिल्ली। चुनाव आयोग (ईसी) इस साल होने वाले 9 विधानसभा चुनावों और अगले साल की शुरूआत में होने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारी कर रहा है, जिसका उद्देश्य नवीन संचार रणनीतियों के माध्यम से मतदाता प्रतिशत को बढ़ाना है। एक पहल के रूप में, चुनाव आयोग ने सुभाष घई फाउंडेशन के साथ मिलकर एक गीत तैयार किया – ‘मैं भारत हूं, हम भारत के मातदाता हैं’, जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों की मशहूर हस्तियों ने लोगों से वोट डालने की अपील की है।

13वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस- 25 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में प्रदर्शित किया गया यह गीत पहले से ही मशहूर हस्तियों के माध्यम से सोशल मीडिया पर लोकप्रिय हो रहा है। अधिकारियों ने कहा कि इसके लॉन्च के एक हफ्ते के भीतर, गाने के हिंदी और बहुभाषी प्रारूप को पहले ही 3.5 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है और चार प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म – फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और यूट्यूब पर 5.6 लाख इंप्रेशन मिल चुके हैं।

यह गीत चुनाव आयोग के ‘व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी’ कार्यक्रम की ऐसी पहलों में से एक है, जो चुनाव आयोग के आदर्श वाक्य ‘कोई मतदाता पीछे न छूटे’ के तहत सभी श्रेणियों के मतदाताओं से भागीदारी बढ़ाने के लिए समावेशी रणनीतियों और कार्य योजनाओं पर केंद्रित प्रमुख मतदाता शिक्षा कार्यक्रम है।

गीत का उद्देश्य न केवल मतदाताओं को लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए उनके अधिकारों और जिम्मेदारी के बारे में शिक्षित करना है, बल्कि उन्हें चुनावी प्रक्रिया में अधिक से अधिक भागीदारी के लिए उत्साहित करना भी है। चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग के साथ सुभाष घई के नेतृत्व वाली टीम की कई बातचीत के बाद गीत को अंतिम रूप दिया गया।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा: यह गीत प्रत्येक मतदाता को समर्पित है जो अपने राष्ट्रीय कर्तव्य का संज्ञान लेते हुए सभी बाधाओं को पार करते हुए मतदान करता है। गीत के प्रेरक गीत फिल्म निमार्ता सुभाष घई द्वारा व्हिस्लिंग वुड्स इंटरनेशनल स्कूल ऑफ म्यूजिक, मुंबई के सहयोग से लिखे और संगीतबद्ध किए गए हैं और यह अधिकतम भौगोलिक क्षेत्र को कवर करते हुए हिंदी और बंगाली, मराठी, गुजराती, पंजाबी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, असमिया, उड़िया, कश्मीरी, संताली सहित 12 क्षेत्रीय भाषाओं में है।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,306FansLike
5,466FollowersFollow
131,499SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय