मेरठ- मेरठ जिले के देहात क्षेत्र में कांवड़ के बिजली के हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से छह शिव भक्तों की झुलस कर मौत हो गई जबकि 18 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हो गये जिनमें छह से ज्यादा की हालत अति गंभीर बनी हुयी है।
पुलिस ने बताया कि भावनपुर क्षेत्र के गांव राली चौहान निवासी संजू और प्रदीप अपने साथियों के साथ शनिवार रात कांवड़ लेकर गांव वापस लौट रहे थे। बताया गया है कि उनका डाक कांवड़ का लाउडस्पीकर किसी तरह ग्यारह हजार की बिजली की लाइन से टकरा गया। हाइ वोल्टेज के संपर्क में आते ही छह कांवड़ियों की झुलस जाने से मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 18 से ज्यादा कांवड़िये बुरी तरह घायल हो गये। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी फौरन ही मौके पर पहुंचे और घायलों को मेरठ मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अलावा आस पास के अस्पताल में भर्ती करवाया।
फिलहाल पुलिस की ओर से दो सगे भाइयों प्रशांत और हिमांशु के अलावा महेंद्र, मनीष सैनी और लखमी की मौत की पुष्टि की गई है जबकि डेढ़ दर्जन से ज्यादा को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है जिनमें छह की हालत गंभीर बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार भावनपुर थाना क्षेत्र में हाईटेंशन लाइन से डाक कांवड़ टकराने से 6 कांवडिय़ों की मौत हो गई। कई कांवडिय़े गंभीर रूप से झुलस गए। मृतकों के नाम हिमांशु, महेंद्र, प्रशांत और लखमी बताए जा रहे हैं। सभी मृतक राली चौहान के रहने वाले हैं। इसके अलावा कई घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है।
भावनपुर थाना क्षेत्र के राली चौहान गांव से विशाल, अजय, अभिषेक, मनीष, योगेश, रोहताश, प्रदीप, अनुज, विनीत, सहेंसर, महेंद्र, मोहित, प्रिंस, हिमांशु, सूरज, सचिन हरिद्वार से डीजे कांवड़ लेकर लौट रहे थे। औघड़नाथ मंदिर में जलाभिषेक के बाद ट्रैक्टर-ट्रॉली पर रखी डीजे कांवड़ लेकर सभी कांवड़िये गांव लौट रहे थे। रात को लगभग साढ़े आठ बजे गांव के मंदिर के पास से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से डीजे कांवड़ टकरा गई।
हाईटेंशन लाइन के करंट की चपेट में आकर कई कांवड़िये झुलस गए। कई कांवड़िये डीजे से नीचे गिर गए। इससे कांवड़ियों में चीख-पुकार मच गई। आनन-फानन में 108 एंबुलेंस की सहायता से झुलसे कांवड़ियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर हिमांशु, प्रशान्त, महेंद्र, लख्मी व मनीष की मौत हो गई। हिमांशु और प्रशान्त सगे भाई हैं। इसके विरोध में कांवड़ियों ने जमकर हंगामा किया और जाम लगा दिया।
सूचना पर जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण मौके पर पहुंचे और कांवड़ियों को समझा कर शांत किया। एडीजी राजीव सब्बरवाल ने मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए झुलसे कांवड़ियों का हालचाल जाना। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने पांच कांवड़ियों के मौत की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि दो कांवड़ियों की हालत गंभीर बनी हुई है। जबकि तीन कांवड़ियों की हालत ठीक है। घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है।
हादसे के बाद गांव के लोगों और कांवड़ियों ने बिजली विभाग की लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और जाम लगा दिया। बाद में पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के समझाने के बाद जाम खुलवाया जा सका।