प्रकृति ने इंसान को नैन नक्श तो दिए हैं पर किसी के नैन नक्श तीखे होते हैं, किसी के मध्यम और किसी के मध्यम से भी कम। प्रकृति के दिए नैन नक्श से हम छेड़छाड़ तो नहीं कर सकते पर मेकअप के आर्ट द्वारा उन्हें आकर्षक बना सकते हैं पर मेकअप का आर्ट हमें अच्छी तरह आना चाहिए जिसके प्रयोग से यह न लगे कि हमने चेहरे पर मेकअप की परतें ओढ़ ली हैं बल्कि यह अहसास हो कि मेकअप हमने अपने नैन नक्श को उबारने के लिए किया है।
उसी प्रकार आई मेकअप ऐसा होना चाहिए जिससे आप खूबसूरत और ग्लैमरस लगें। आत्मविश्वास में कोई कमी न लगे, उस मेकअप के साथ आप सहज रूप से पब्लिक में रह सकें। आई मेकअप का अर्थ है आंखों की खूबसूरती को उभारना। आंखों की खूबसूरती को निखारने के लिए मेकअप के आर्ट में निपुण होना अति आवश्यक है जिससे आपको पता हो किस ड्रेस, किस रंग और कैसे फंक्शन पर जाने के लिए आंखों को कैसे सजाया जाए।
गरमी में मेकअप करते समय विशेष ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि पसीने से मेकअप के बह जाने का डर होता है। गरमी में सदा मेकअप वाटर प्रूफ करें और लाइट शेड्स का प्रयोग करें। मेकअप का सामान अच्छी कंपनी का प्रयोग में लाएं। घटिया मेकअप का सामान त्वचा को नुक्सान पहुंचा सकता है।
पार्टी में जाते समय डार्क शेड्स प्रयोग में लाएं। डेऊस को भी ध्यान में रखते हुए शेड्स का सलेक्शन करें। मेकअप आर्टिस्ट के अनुसार आंखों के मेकअप के लिए पिंक, ब्राउन, सिल्वर, लाइट ग्रे रंग अधिक प्रयोग होते हैं पर विशेष ड्रेस को ध्यान में रखकर मिक्स एंड मैच कर आंखों को अधिक आकर्षक बनाया जा सकता है। वैसे काली और डार्क ब्राउन आंखों वालों को हर शेड अच्छा लगता है पर जिन लोगों की आंखें नीली या हरी हों तो उन्हें शेड्स पर विशेष ध्यान देना पड़ता है। ऐसे में स्मोकी रंग अच्छे लगते हैं।
आंखों के मेकअप के लिए जरूरत है किन चीजों की
– आई शेड्स
– मस्कारा
– ब्रश
– लाइनर
– मेकअप रिमूवर
– रूई
आई शेड्स – आंखों को हाई लाइट करने के लिए आई शेड्स का विशेष महत्त्व होता है। आई शेड्स में फ्रॉस्टेड और ब्राइट कलर का प्रयोग न करें। शुरूआत लाइट रंग से करें। बाद में चाहें तो मीडियम रंग तक पहुंच सकती हैं।
आईशेड्स के लिए पापुलर शेड्स हैं आइवरी, ब्राऊन, ग्रे, ग्रीन, पिंक आदि। पहले से आंखें बड़ी हैं तो स्ट्रोक आंखों को ध्यान में रखते हुए हल्के हाथों से बाहर की तरफ लगाएं।
आईलाइनर – आईलाइनर का प्रयोग आंखों को शेप देने के लिए किया जाता है। पेंसिल शेप आईलाइनर का प्रयोग आप काजल और लाइनर दोनों की तरह ही कर सकते हैं। आईलाइनर का प्रयोग आईलैशेज की लाइन के एकदम ऊपर की ओर लगाएं। नीचे की तरफ काजल की जगह भी लगा सकती हैं।
मस्कारा – आईलैशेज को बड़ा और मोटा दिखाने के लिए मस्कारे का प्रयोग किया जाता है। मस्कारा हमेशा वाटरप्रूफ ही इस्तेमाल में लाएं। मस्कारा लगाने से आंखें बहुत इंप्रेसिव लगती हैं। ऊपर की आईलैशेज पर मस्कारा लगाते समय नीचे की ओर देखें और अंदर से बाहर की ओर मस्कारा लगाएं। इसी प्रकार नीचे की ओर आईलैशेज पर मस्कारा लगाते समय ऊपर की ओर देखे और अंदर से बाहर की ओर मस्कारा लगाएं। मस्कारा लगाने के बाद लैशेज को आई कांब करें। इससे पलके चिपकेंगी नहीं। मस्कारा अधिकतर काला प्रयोग में लाया जाता है।
आई पेंसिल – आईपेंसिल का प्रयोग अपनी आईब्रो के सुधार के लिए कर सकते हैं। काली आईब्रो पर काले रंग की आई पेंसिल प्रयोग में लाएं। हल्के भूरे रंग पर लाइट ब्राउन पेंसिल प्रयोग में लाएं। आई ब्रोज के घनत्व और जहां बाल कम हों, वहां प्रयोग में ला सकते हैं।
कोई भी सौंदर्य प्रसाधन प्रयोग करने से पहले क्वालिटी पर पूरा ध्यान दें। वैसे लैक्मे और एवोन के प्रोडक्टस अच्छे और अधिक दाम वाले नहीं होते। रेवलोन, मेबलिन आदि कुछ महंगे सौंदर्य प्रसाधन हैं।
– मेघा