मीरापुर: कस्बे में आयोजित मीरापुर महोत्सव मेला इस बार नकली कॉस्मेटिक वस्तुओं की बिक्री के कारण चर्चा में है। कस्बे के सुहाना बैंक्वेट हॉल के सामने हाईवे किनारे लगे इस मेले में खाद्यय एवं औषधी प्रशासन (स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग) की अनदेखी साफ नजर आ रही है।
मेले में कई कॉस्मेटिक दुकानों पर क्रीम, साबुन, पाउडर, जैल जैसी सौंदर्य प्रसाधन वस्तुएं बेची जा रही हैं। इनमें से अधिकांश सामान पर “मेड इन पीआरसी” (मेड इन चायना) लिखा हुआ पाया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि ये उत्पाद “धमाका सेल” के नाम पर केवल 20 रुपये में बेचे जा रहे हैं। एक ग्राहक ने जब इनमें से एक उत्पाद की जांच की, तो वह एक्सपायर्ड पाया गया। इसके बाद दर्शकों और ग्राहकों ने नकली और एक्सपायर्ड कॉस्मेटिक सामान बेचने पर नाराजगी जाहिर की और स्वास्थ्य विभाग से त्वरित कार्रवाई की मांग की।
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ग्राहकों का कहना है कि इस तरह की वस्तुएं न केवल त्वचा के लिए हानिकारक हो सकती हैं, बल्कि गंभीर बीमारी भी पैदा कर सकती हैं। मेले में इस तरह की वस्तुओं की धड़ल्ले से बिक्री दर्शाती है कि संबंधित विभाग अपनी जिम्मेदारियों को लेकर उदासीन है। स्थानीय नागरिकों ने खाद्यय एवं औषधी प्रशासन से तुरंत मेले का निरीक्षण करने और इन वस्तुओं की बिक्री पर रोक लगाने की अपील की है। उनका कहना है कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं हुई, तो यह मेले की साख और लोगों की सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
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अब देखना होगा कि विभाग इस मामले को लेकर कितनी गंभीरता दिखाता है और क्या एक्सपायर्ड उत्पादों पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जाते हैं।