गाज़ियाबाद/डासना। लोनी में रामचरित मानस के अपमान को लेकर श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े की अंतरराष्ट्रीय कार्यकारिणी ने कड़ा विरोध दर्ज करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखने की घोषणा की है। अखाड़े ने इस पूरे प्रकरण के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की तत्काल बर्खास्तगी की मांग की है।
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डासना देवी मंदिर के महंत महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी को लेकर श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े की ओर से स्पष्ट संदेश दिया गया कि यदि उन पर कोई भी आंच आती है, तो यह प्रलय का कारण बनेगा। अखाड़े ने विधायक नंदकिशोर गुर्जर के साथ एकजुटता दिखाते हुए कहा कि पूरा संत समाज उनके साथ खड़ा है।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि, “अहंकारी अधिकारियों की बातों पर विश्वास करके योगी जी सनातन धर्म का नुकसान कर रहे हैं।” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर संतों के सम्मान और धार्मिक ग्रंथों की गरिमा को ठेस पहुंची, तो इसका परिणाम गंभीर होगा।
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श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत मोहन भारती महाराज ने कहा कि संपूर्ण अखाड़ा विधायक नंदकिशोर गुर्जर के साथ है, और आवश्यकता पड़ने पर सड़क पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा।
पूर्व अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरी महाराज ने गाजियाबाद पुलिस आयुक्त पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने यति नरसिंहानंद गिरी की हत्या की साजिश रची है। उन्होंने चेताया कि यदि उन्हें व्यर्थ में छेड़ा गया, तो पूरा संत समाज और अखाड़ा इसके खिलाफ खुलकर खड़ा होगा।
इससे पूर्व आज सुबह विधायक नंदकिशोर गुर्जर डासना स्थित शिवशक्ति धाम पहुंचे और महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी से आशीर्वाद लिया। इस दौरान यति नरसिंहानंद गिरी ने उन्हें अंतिम सांस तक समर्थन देने का वचन भी दिया।
अखाड़े का यह रुख आगामी दिनों में धार्मिक और राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर सकता है।