बरेली। अतीक-अशरफ की हत्या के बाद इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने बुधवार से अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान किया था। लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही नजरबंद कर धरना स्थल पर जाने नहीं दिया। पूरे इलाके में पीएसी-पैरामिलिट्री फोर्स और स्थानीय पुलिस ने पैदल गश्त पर है। इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया।
नजरबंद किए गए मौलाना तौकीर रजा ने एक फिर अतीक-अशरफ की हत्या का जिम्मेदार प्रदेश सरकार और उनके अधिकारियों को ठहराया है।
तौकीर रजा ने अतीक और अशरफ की पत्नी का पक्ष लेते हुए कहा की अगर कोई आतंकवादी मारा जाता है, तो उनकी ख्वातिन (पत्नी) को मुजरिम नहीं बनाया जाता है। उन्हें मुजरिम बनाया गया है जो गलत है। इसका मतलब ये हुआ कि प्रदेश सरकार अतीक के खानदान से दुश्मनी निकाल रही है। प्रदेश सरकार पूरे खानदान को तबाह करना चाहती है।
आगे उन्होंने कहा कि अतीक और अशरफ दोनों की बीवियां इद्दत (शौहर के मरने के बाद महिलाएं एकांत में रहती) में होगी। अगर वो मिल जाए तो उनको बेपर्दा न किया जाए, जब तक इद्दत पूरी न हो जाए। उन्हें गिरफ्तार करने की जगह इद्दत के समय तक उन्हें हाउस अरेस्ट किया जाए।
तौकीर रज़ा ने कहा की मैं संविधान और अदालतों की हिमायत में धरना प्रदर्शन करने जा रहा था। लेकिन मुझे बलपूर्वक जबरदस्ती रोक दिया गया। उन्होंने कहा कत्ल करवाओ अपने गुंडों से, फिर 144 लगा दो। लोगों को घर से निकलने से रोको। अदालतों को घर बैठाने पर विवश किया जा रहा है। जो तीन शूटर सामने आए वो एक्टर थे, डायरेक्टर तो कोई और था, जिसने पूरी स्क्रिप्ट लिखी है।