नई दिल्ली। लोकसभा की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में जांच के निर्देश देते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस घटनाक्रम की पूरी रिपोर्ट मांगी है। इसके साथ ही बिरला ने दर्शक दीर्घा के लिए बनने वाले पास पर भी रोक लगा दी है।
लोकसभा और संसद की सुरक्षा व्यवस्था को और ज्यादा मजबूत बनाने के तौर तरीकों पर चर्चा करने के लिए स्पीकर बिरला ने आज शाम को ही सर्वदलीय बैठक भी बुला ली है, जिसमें सदन के सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को बुलाया गया है।
आपको बता दें कि दोपहर 2 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर स्पीकर ओम बिरला ने बुधवार को सदन की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में सदन को जानकारी देते हुए बताया है कि दोनों लोगों (सदन में कूदने वाले युवकों) को पकड़ लिया गया है और उनके पास मौजूद सामग्रियों को भी जब्त कर लिया है। बिरला ने यह भी बताया कि संसद भवन के बाहर से भी दो लोगों को पकड़ा गया है।
लोकसभा स्पीकर बिरला ने बताया, “जो घटना शून्य काल के समय घटित हुई थी, उस घटना की लोकसभा अपने स्तर पर संपूर्ण जांच कर रही है और इस संबंध में दिल्ली पुलिस को भी आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं। लेकिन, जो हम सबकी चिंता थी कि वह धुआं क्या था? तो, अभी तक प्रारंभिक जांच में वह सामने आया है कि वह धुआं साधारण और सनसनी फैलाने वाला धुआं था, इसलिए यह धुआं चिंता का विषय नहीं है, इसकी प्रारंभिक जांच कर ली गई है।”
सदन में विपक्षी सांसदों द्वारा चर्चा की मांग पर बिरला ने कहा कि घटना की प्रारंभिक जांच अभी जारी है और अंतिम जांच में तथ्यों के सामने आने के बाद वह सदन को तथ्यों से अवगत कराएंगे।
इसी बीच वहां मौजूद सांसदों ने उन्हें दबोच लिया इतना ही नहीं कुछ सांसदों ने प्रदर्शनकारियों की जमकर धुनाई भी की। नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि किस तरह उन्होंने और बाकी अन्य सांसदों ने स्मोक बम छोड़ने वाले को पकड़ लिया था और उसे स्पीकर चेयर की ओर बढ़ने से रोक दिया था।
हनुमान बेनीवाल ने बताया कि ‘लोकसभा में शून्यकाल चल रहा था, जो सांसद बोल रहे थे उनके बाद मुझे ही बोलना था. ऐसे में मैं आगे बोलने के लिए बैठा था, लेकिन जैसे ही मैंने संसद में शोर सुना और पीछे मुड़ा तो देखा कि एक शख्स गैलरी से नीचे कूद गया है, जबकि दूसरा कूदने वाला था. क्योंकि उस इलाके में काफी कम सांसद बैठे थे, ऐसे में हमने उसे पकड़ लिया और बाद में वो चिल्लाने लगा।
नागौर सांसद ने बताया कि कई सांसदों ने उसे पकड़ लिया, कुछ सांसदों ने तो उसे धोया भी जिसके बाद वो रोने लगा. जब हमने उसे सुरक्षाकर्मियों को हैंडओवर किया, तब वो रो रहा था और बोल रहा था कि मैं सिर्फ प्रदर्शन करने आया हूं. सांसद ने इसी के साथ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए, इसके अलावा ये भी पूछा कि आखिर किन सांसदों की सिफारिश पर इस तरह के लोग पार्लियामेंट में घुस जा रहे हैं.
सांसद मलूक नागर ने भी बताया कि उस वक्त जब ये शख्स कूदा था, तब काफी डर का माहौल था. क्यूंकि उस वक्त तो यही लग रहा था कि ये शख्स हमें मारने आया है, ऐसे में उसे पकड़ना ही सबसे बड़ा फोकस था. यही वजह थी कि हमने उसे तुरंत पकड़ा और हाथ-पैर बांधने की कोशिश की।