कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अस्पतालों की सुरक्षा का जायजा लिया है। बनर्जी ने गुरुवार रात अपने कालीघाट स्थित आवास पर मुख्य सचिव मनोज पंत और स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम के साथ एक आपात बैठक की। यह बैठक जूनियर डॉक्टरों के 10 मांगों को लेकर चल रहे आंदोलन और अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बुलाई गई थी। बैठक करीब 45 मिनट तक चली, जिसमें मुख्यमंत्री ने अस्पतालों की सुरक्षा और बुनियादी ढांचे में हो रही प्रगति का विवरण लिया।
उल्लेखनीय है कि जूनियर डॉक्टरों का ‘आमरण अनशन’ शुक्रवार को 14वें दिन में प्रवेश कर चुका है। उनकी 10 मांगों में से अधिकांश अस्पतालों की सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं से जुड़ी हैं। राज्य सरकार ने पहले ही उन्हें आश्वासन दिया था कि इस दिशा में कदम उठाए जाएंगे, जिसमें ‘पैनिक बटन’ और महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती भी शामिल है। हालांकि, डॉक्टरों ने बार-बार पूछा है कि ये वादे अब तक कितने पूरे हुए हैं।
बैठक के बाद, शुक्रवार को मुख्य सचिव ने राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के अधिकारियों के साथ नवान्न में एक और आपात बैठक बुलाई है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस बैठक में अस्पतालों की सुरक्षा और बुनियादी ढांचे में तेजी लाने के लिए चर्चा होगी।
मुख्यमंत्री ने खासतौर पर सीसीटीवी कैमरे लगाने, रोशनी की उचित व्यवस्था, और साफ-सफाई जैसे मुद्दों पर प्रगति जाननी चाही। उन्होंने दोनों अधिकारियों को निर्देश दिया कि अस्पतालों में सुरक्षा के काम में और तेजी लाई जाए।