नोएडा। नोएडा के थाना साइबर क्राइम पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट कर मनी लॉन्ड्रिंग केस का डर दिखाकर 20 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने वाले एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है।
साइबर सेल पुलिस ने बताया कि पीड़ित ने 11 अक्टूबर को अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि उसके साथ अज्ञात अपराधी ने खुद को मुंबई एनसीबी का अधिकारी बताकर पार्सल के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग का झांसा दिया था। इसकी जांच का डर दिखाकर अपराधी ने पीड़ित को डिजिटल अरेस्ट किया और 20 लाख रुपए की राशि बैंक खाते में जमा कराई थी। साइबर अपराधियों ने जिस अकाउंट में रुपए ट्रांसफर कराए थे, उसे आरबीआई का एसएसए (सीक्रेट सुपरविजन अकाउंट) बताया गया था। इस मामले में 14 अक्टूबर को थाना साइबर क्राइम नोएडा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी दिलीप कुमार को सेक्टर-49 नोएडा से गिरफ्तार किया। दिलीप कुमार (44) थाना बर्रा, जिला कानपुर का रहने वाला है।
साइबर सेल ने बताया कि अपराध में प्रयोग किए गए बैंक खाते के खिलाफ एनसीआरबी पोर्टल पर विभिन्न थानों और राज्यों में शिकायत दर्ज है। जिसके आधार पर अन्य कई राज्यों की पुलिस ने अकाउंट को फ्रीज कराया है। साइबर सेल ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया है कि पुलिस किसी को भी फोन कॉल पर डिजिटल अरेस्ट नहीं करती है। आरबीआई या किसी अन्य संस्था द्वारा फिजिकल मनी का आपके खाते से सत्यापन नहीं किया जाता है। ऐसा कोई सरकारी बैंक खाता या आरबीआई का सीक्रेट सुपरविजन अकाउंट खाता नहीं है, जिसमें आपसे रुपए ट्रांसफर कराकर उसकी जांच की जाती हो। अगर कोई झांसा देता है तो पुलिस को तत्काल सूचना दें।