नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि देश की हर मस्जिद के नीचे मंदिर खोजने वाले हिंदुस्तान को शांत नहीं रहने देना चाहते हैं। उनके इस बयान को लेकर भाजपा के नेता हमलावर हो गए हैं। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि देश में जहां भी मस्जिदों के नीचे मंदिर दबे हैं, वहां देवता स्वयं प्रकट हो रहे हैं। कानून और संविधान के माध्यम से वे ऊपर आना चाहते हैं। वे कौन लोग हैं जो हमारे देश के आक्रमणकारियों द्वारा उठाए गए हर कदम को उचित ठहराना चाहते हैं? मुझे लगता है कि अखिलेश यादव भगवान कृष्ण का अपमान कर रहे हैं।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के लोकसभा में पहली बार बोलने पर मनोज तिवारी ने कहा, “मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वह बैलेट पेपर से जीती हैं या ईवीएम से। कांग्रेस पार्टी के नेता बोलने से पहले कुछ सोचते नहीं हैं। चुनाव 2014 में शुरू नहीं हुए। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि साल 2009 या 2004 में चुनाव कैसे हुए थे। जब वे सत्ता में थे तो उन्होंने इस पर चर्चा क्यों नहीं की? जो चुनावी प्रक्रिया को समझते हैं, वे इस तरह की बात नहीं कर सकते।” उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष ने प्रियंका गांधी की बात बहुत ध्यान से सुनी और बीच में टोका-टाकी नहीं की। यही लोकतंत्र का असली सम्मान है। प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन में पार्टी को निराश करने का काम किया है। जो कुछ संभावन उनके अंदर नजर आ रही थी, कहीं न कहीं आज उसको धक्का लगा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अपेक्षा उनकी भाषा में हमें शालीनता नजर आई, जो अच्छी बात है।