लखनऊ- लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता में सेंध लगाने का एक और सफल प्रयास करते हुये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश इकाई ने सोमवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता एवं पूर्व मंत्री साहब सिंह और मुज़फ़्फ़रनगर के पूर्व सांसद राजपाल सैनी समेत विपक्षी दलों के कई नेताओंं को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करायी।
भाजपा के प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने सपा के साहब सिंह, सुषमा पटेल,शालिनी यादव और जगदीश सिंह सोनकर के अलावा राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के पूर्व सांसद राजपाल सैनी समेत कई नेताओं को पटका पहना कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण करायी।
इस अवसर पर श्री चौधरी ने कहा “ भाजपा परिवार में आप सभी का आपका हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी राष्ट्रहित में अनवरत कार्य कर रही विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के अद्भुत एवं प्रेरणादायी विचारों को जन-जन तक पहुंचाने में अपनी अहम भूमिका अवश्य सुनिश्चित करेंगे।”
गौरतलब है कि हाल ही में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान सपा से किनारा कर एक बार फिर भाजपा नीति राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल हुये थे। साहब सिंह 2012 में तत्कालीन अखिलेश सरकार में कबीना मंत्री बनाये गये थे वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति में खासी पैठ रखने वाले मुज़फ्फरनगर के पूर्व सांसद राजपाल सैनी को पिछले साल हुये विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पडा था। शालिनी यादव ने पिछले लोकसभा चुनाव में वाराणसी में सपा के टिकट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लडा था जिसमें उनकी करारी हार हुयी थी।
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने विपक्षी गठबंधन के ‘इण्डिया’ नामकरण पर तंज कसते हुये कहा कि जब किसी सरकारी ठेकेदार को काली सूची में डाला जाता है तो वह अपनी फर्म का नया नाम रख लेता है। वैसे ही संप्रग यानी यूपीए का नया नाम इंडिया हो गया है। उन्होने कहा कि विपक्ष जितने भी गठबंधन बना ले मगर जनता एक बार फिर नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद पर देखने का मन बना चुकी है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने विपक्षी दलों के नेताओं को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। राजनीतिक जानकारों की माने तो भाजपा ने पश्चिम से लेकर पूर्वांचल तक विपक्षी दलों को झटका देने की तैयारी की है। पश्चिमी यूपी में सैनी समाज का बड़ा वोट बैंक है। इस समाज के वोट पर साहब सिंह सैनी और राजपाल सिंह सैनी का खासा प्रभाव है।
राजपाल ने 2022 में खतौली से रालोद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। पूर्वांचल में जौनपुर के मुंगराबादशाहपुर सीट से सपा विधायक रहीं सुषमा पटेल कुर्मी समाज से हैं, पार्टी पूर्वांचल में कुर्मी समाज में अपना जनाधार बढ़ाना चाहती है।
पूर्व विधायक जगदीश सोनकर चार बार विधायक रहे हैं। पूर्वांचल के सोनकर समाज में उनकी मजबूत पकड़ है। 2019 में वाराणसी संसदीय सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली शालिनी यादव ने भाजपा का दामन थाम लिया। शालिनी कांग्रेस के पूर्व सांसद और राज्यसभा में पूर्व उपसभापति रहे श्याम लाल यादव की पुत्रवधू हैं। शालिनी यादव ने 2019 में कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी ज्वाइन की थी। जिस दिन उन्होंने सपा की सदस्यता ग्रहण की थी, उसी दिन उन्हें सपा ने पीएम मोदी के खिलाफ लोकसभा का उम्मीदवार बना दिया था। हालांकि, उससे पहले वह कांग्रेस के टिकट पर वाराणसी में मेयर का चुनाव भी लड़ चुकी हैं।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, आज भाजपा परिवार में सपा, आरएलडी और बसपा छोड़कर बहुत बड़ा समूह आ गया है। मैं राजपाल सैनी का स्वागत करता हूं। साहब सिंह सैनी, जगदीश सोनकर, अंशुल वर्मा, सुषमा पटेल, गुलाब सरोज, शालिनी यादव, राजीव बक्शी, आगरा से रवि भारद्वाज, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुनीता यादव, पीयूष यादव, पुष्पेंद्र पासी, मुजफ्फरनगर से शिवांश सैनी समेत सभी नए सदस्यों का अभिनंदन करता हूं।
उन्होंने कहा कि हम 2024 में यूपी की 80 सीट जीत रहे हैं। तीसरी बार केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने जा रही है। जीत का असर ऐसा होगा कि विपक्षी नेता सोंचेगे कि हम अपनी जमानत कैसे बचाएं।
प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा, गरीब कल्याण की योजनाओं से प्रभावित होकर कई बड़े नेताओं ने हमारे साथ जुड़ने का निर्णय लिया। मैं उनका स्वागत करता हूं।