Sunday, November 3, 2024

राजस्थान में माता रामदेवी वागीश्वरी सम्मान समारोह आयोजित, साहित्यकार नीलिमा शर्मा को किया सम्मानित  

मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर की साहित्यकार नीलिमा शर्मा को राजस्थान के श्रीगंगानगर में आयोजित सृजन सेवा संस्थान के वार्षिक समारोह में माता रामदेवी वागीश्वरी सम्मान से सम्मानित किया गया। इस गरिमापूर्ण समारोह की अध्यक्षा वरिष्ठ साहित्यकार नीलप्रभा भारद्वाजजी,मुख्य अतिथि नरेश शांडिल्य थे। नीलिमा शर्मा का चर्चित कहानी संग्रह “कोई ख़ुशबू उदास करती है ” शिवना प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है।

नीलिमा शर्मा का परिचय

नीलिमा शर्मा का जन्म 26 सितंबर को मुज़फ़्फ़रनगर, उत्तर प्रदेश में हुआ था। नीलिमा विवाह पश्चात देहरादून निवासी रही। वर्तमान में दिल्ली निवासी नीलिमा ने एम ए (अर्थशास्त्र ) एवं बी.एड. ,बी.टी.सी तक शिक्षा ग्रहण की है। उनका एकल कहानी संग्रह “कोई खुशबू उदास करती है ” प्रकाशक शिवना प्रकाशन से प्रकाशित किया गया।

संपादन

हिंदी साहित्य के प्रथम डिजिटल साझा उपन्यास ‘आईना सच नही बोलता’ की अवधारणा, संयोजन संपादन सहलेखन  भी किया है जो कि www.matrubharati.com पर उपलब्ध है। जो शीघ्र ही प्रिंट में भी प्रकाश्य होगा ।

‘मूड्स ऑफ लॉकडाउन’  नाम से एक  वेबपुस्तक  का सहसंपादन ओर सहलेखन  जो matrubharti.com पर उपलब्ध है ।

मुट्ठी भर अक्षर (लघुकथा संकलन) (हिन्दयुग्म से प्रकाशित ) लेखन और सम्पादन

खुसरो दरिया प्रेम का (  स्त्री मन की प्रेम कहानियाँ) वनिका प्रकाशन,( लेखन और संपादन)

मृगतृष्णा( रिश्तों के तिलिस्म की  कहानियाँ)।वनिका प्रकाशन(लेखन और संपादन)

लुकाछिपी ( कहानियों में छिपा बालमन ) शिल्पायन प्रकाशन(लेखन और सम्पादन)

हाशिये का हक़ (साझा उपन्यास) लेखन और संपादन

मन पिंजरा तन बांवरा (साझा कहानी सँग्रह)लेखन सहसम्पादन(शीघ्र प्रकाश्य वनिका प्रकाशन

पुरवाई कथा माला(पुरवाई में प्रकाशित  कहानियों का संग्रह) (शीघ्र प्रकाश्य) इंडिया नेट बुक्स

नीलिमा शर्मा की कविताएं 25 से अधिक संकलनों और प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में सम्मिलित की जा चुकी हैं। उनकी लघुकथाएं भी 20 से अधिक संकलनों /पत्रिकाओं में स्थान प्राप्त कर चुकी हैं। कहानीकार के तौर पर भी नीलिमा शर्मा ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। कई प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में उनकी कहानियाँ/कविताएँ /लघुकथाएँ प्रकाशित हुई है। यूट्यूब पर उनकी लघुकथाओं /कहानियों को सुना जा सकता है। उनकी कहानी बदहवास का उर्दू अनुवाद पाकिस्तान के अखबार में प्रकाशित हुआ था । उनकी कहानी टुकड़ा टुकड़ा जिंदगी का अनुवाद पंजाबी उर्दू के साथ जापानी भाषा मे भी किया गया, जापानी अनुवाद टोक्यो विश्वविद्यालय की पत्रिका में शामिल किया गया है । आल इंडिया रेडियो दिल्ली में कविता पाठ।

सम्मान

प्रतिलिपि कथा सम्मान 2015 में उनकी कहानी को बेस्ट 20 कहानियों में स्थान प्राप्त हुआ था ।

मातृभारती’साहित्य के उभरते सितारे’सम्मान 2016

लघुकथाओं के लिए आचार्य रत्नलाल विद्यानुग  स्मृति लघुकथा प्रतियोगिता सम्मान 2017

ओ बी ओ ‘साहित्य रत्न’  2017

मेरठ लिट् फेस्ट 2018 में ‘साहित्यश्री सम्मान “प्राप्त

इंद्रप्रस्थ लिटरेचर फेस्टिवल में सम्मानित

साहित्य समर्थ कुमुद टिक्कू कहानी प्रतियोगिता  ( प्रशंसनीय कहानी  )पुरस्कार  2019

राधा अवधेश स्मृति कथा पुरस्कार (कोई ख़ुशबू उदास करती है कहानी संग्रह के लिए)

दो वर्ष तक मातृभारती.कॉम की हिंदी संपादक रही और पुरवाई ई पत्रिका की सम्पादकीय टीम की सदस्य

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