Monday, November 18, 2024

मायावती ने लोस चुनाव में हार की समीक्षा के लिए की बड़ी बैठक, भतीजे आकाश आनंद को फिर से बनाया अपना उत्तराधिकारी

लखनऊ। लोकसभा चुनाव में अकेले दम पर मैदान में उतरी बहुजन समाज पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। इसकी समीक्षा के लिए पार्टी की मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को बैठक बुलाई। इसमें उनके भतीजे आकाश आनंद भी शामिल हुए। आकाश ने अपनी बुआ मायावती के पैर छुए तो उन्होंने उनके सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि मायावती की भतीजे आकाश से नाराजगी दूर हो गई है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद एक बार फिर से उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। आकाश आनंद को फिर से पार्टी का नेशनल कोऑर्डिनेटर बना दिया गया है। लखनऊ में बसपा की बैठक में खुद मायावती ने इसका ऐलान किया। इससे पहले आकाश आनंद को उत्तराखंड में होने वाले उपचुनाव के लिए पार्टी ने स्टार प्रचारक बनाया था। इस लिस्ट में पहले स्थान पर बसपा मुखिया मायावती और दूसरे नंबर पर आकाश आनंद का नाम है। बसपा प्रमुख मायावती ने रविवार को पार्टी के सभी प्रदेश प्रमुखों के साथ करीब 3 घंटे तक बैठक की। इस बैठक में आकाश आनंद भी शामिल हुए। बैठक में भतीजे आकाश आनंद ने बसपा प्रमुख के पैर भी छूए। मायावती ने भी भतीजे की पीठ थपथपाई और सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया।

 

 

मायावती ने पार्टी कार्यालय में लोकसभा चुनाव की समीक्षा को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर एक बैठक बुलाई। इसमें सभी जिलों के पदाधिकारी, नेशनल कोआर्डिनेटर और वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे। भतीजे आकाश भी मौजूद रहे। झारखंड, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र व हरियाणा में निकट भविष्य में विधानसभा चुनाव को देखते हुए मायावती पार्टी में बड़े फेरबदल कर सकती हैं। इसी को देखते हुए शनिवार को ही पार्टी ने आकाश को स्टार प्रचारक बनाया था। इससे यह उम्मीद जगी है कि मायावती ने भतीजे को माफ कर दिया है। आकाश ने लोकसभा चुनाव में कई रैलियां करके सरकार विरोधी भाषण दिए थे। सीतापुर की रैली में दिए गये बयान पर उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था। इसके बाद मायावती ने उन्हें सभी पदों से कार्य मुक्त कर दिया था। रविवार को जिस तरह से मायावती ने भतीजे के सिर पर हाथ रखा है, उससे यह चर्चा है कि आकाश ही मायावती के उत्ताराधिकारी रहेंगे। उन्हें सभी पदों की जिम्मेदारी वापस की गयी है।

 

दूसरी तरफ पार्टी को विस्तार देने के लिए मायावती ने कई निर्णय लिए हैं। इसमें अहम निर्णय है बसपा की सदस्यता शुल्क घटाना। बसपा ने सदस्यता शुल्क एक चौथाई कर दी है। अब सिर्फ़ 50 रुपये में नये सदस्य बनेंगे, अभी तक 200 रुपये शुल्क था। माना जा रहा है कि पार्टी सदस्यों की संख्या बढ़ाकर संगठन को मजबूत करेगी।

 

 

बसपा बिहार प्रदेश प्रभारी लाल मेधांकर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मायावती ने फिर से आकाश आनंद को उनके पद पर बहाल करते हुए नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी बनाया है। मायावती ने बैठक में बताया कि हमारी पार्टी यूपी समेत सभी जगहों पर उपचुनाव लड़ेगी। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान सीतापुर में भड़काऊ भाषण देने के बाद बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद को मायावती ने अहम जिम्मेदारियों से हटा दिया था। इसकी वजह उनका अपरिपक्व होना बताया गया था।

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