लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में पदाधिकारियों संग बैठक की। इस दौरान पार्टी का जनाधार बढ़ाने की ठोस रणनीति पर गहन चर्चा हुई। मायावती ने पार्टी को आर्थिक मजबूती देने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। बैठक में उनके भतीजे आकाश आनंद और ईशान आनंद भी मौजूद रहे।
इस दौरान मायावती ने कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा, कांग्रेस व अन्य राजनीतिक दलों से अलग हमारी पार्टी बसपा ईमानदार कार्यकर्ताओं के बल पर चलती है, न कि धनवानों के सहारे। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी में कानून-व्यवस्था के नाम पर ज्यादातर गरीब, असहाय और मेहनतकश लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। प्रदेश सरकार को इस ओर संवेदनशील होना चाहिए और संवैधानिक धर्म का भी दायित्व निभाना चाहिए।
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उन्होंने विपक्ष पर हमलावर होते हुए कहा कि कांग्रेस, सपा और अब भाजपा सरकार के रवैये से साफ है कि उनका दलित प्रेम महज दिखावा है। अगर वर्ष 2018-19 की तुलना में वर्ष 2023-24 में 1.22 करोड़ बच्चे स्कूलों में कम नामांकित हुए हैं तो इसके लिए जिम्मेदार काैन है? इससे किसका अधिक नुकसान है। उन्होंने देश में महंगाई और बेरोजगारी को लेकर भी सरकार को घेरा। बसपा प्रमुख ने कहा कि पार्टी के पदाधिकारियाें और कार्यकर्ताओं काे तन मन और धन से कमर कसना हाेगा।
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ईशान को लेकर चर्चा तेज
बसपा अध्यक्ष के भतीजे आकाश आनंद पहले से पार्टी में सक्रिय हैं। लेकिन अब ईशान आनंद के बुधवार का पत्रकार वार्ता में रहने और गुरुवार को बैठक में पहुंचने से अब राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या बसपा प्रमुख जल्द ही ईशान आनंद को सियासत के मैदान में उतार सकती हैं।