गाजियाबाद। इंदिरापुरम थाना के अभयखंड-एक में मंगलवार को एक घरेलू सहायिका ने दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल की मेडिकल ऑफिसर के फ्लैट से एक लाख रुपये, 30 घड़ी, लैपटॉप, कैमरा, टैब, पांच फोन, हीरे, सोने की अंगूठी, हार्डडिस्क आदि सामान चोरी कर लिया। आरोप है कि सहायिका एक बैग में सामान लेकर उन्हें सोते समय फ्लैट में बंद करके भाग गई थी। उसकी गतिविधि सीसीटीवी कैमरे में कैद है। इंदिरापुरम पुलिस ने चोरी का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस कर रही है।
मूलरूप से झारखंड के रांची की रहने वाली डॉ.सोनाली त्रिपाठी ने बताया कि जुलाई में फेसबुक पर मोंटू नाम के व्यक्ति ने उन्हें मैसेज कर बोला कि उसके घर की आर्थिक स्थिति खराब है। उसकी पत्नी आपके फ्लैट में घरेलू सहायिका का काम कर लेगी। उन्होंने महिला को घर में भेजने से मना कर दिया। तब मोंटू ने अदिति नाम की युवती को अपनी बेटी बताकर काम करने के लिए भेजा। उसने दस दिन बाद काम करने से मना कर दिया। एक अगस्त को मंजू लकड़ा नाम की महिला उनके फ्लैट पर पहुंची। उसने खुद को अदिति की मां बताया। आरोप है कि चार-पांच दिन काम करने के दौरान घरेलू सहायिका मंजू आए दिन फ्लैट में लगे सीसीटीवी कैमरों को बंद कर देती थी। उन्होंने कई बार उसे कैमरे बंद करने से मना किया तो चार अगस्त को उनकी अलमारी की चाबी गायब हो गई।
उन्होंने शक होने पर अलमारी का ताला बदलवाने के लिए कहा तो मंजू गुस्सा हो गई। उन्होंने कंपनी के कर्मचारी को बुलाकर ताले की दूसरी चाबी बनवा ली। वह पांच अगस्त की रात दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में ड्यूटी करने गई थी। आरोप है कि उस समय घरेलू सहायिका मंजू ने अलमारी से एक लाख रुपये, 30 घड़ियां, एक लैपटॉप, एक टैब, हीरे-सोने की अंगूठी, पांच फोन, ईयरफोन, हार्ड डिस्क व अन्य सामान एक बैग में चोरी कर लिया। सुबह वह अस्पताल से घर पहुंचीं तो मंजू का व्यवहार बदला था।
वह हल्की बातचीत कर कमरे में सो गईं। कुछ देर बाद नींद से जागकर उन्होंने मंजू को चाय बनाने के लिए आवाज दी लेकिन, कोई जवाब नहीं मिला। फ्लैट में हर जगह देखने पर भी वह नहीं मिली। वह बाहर जाने लगीं तो मेन गेट नहीं खुला। बाद में एक सफाईकर्मी को बुलाकर गेट खुलवाया। उन्होंने तुरंत घटना की सूचना अभयखंड चौकी पर पुलिस को दी।