मेरठ। कंकरखेड़ा के डिफेंस एनक्लेव बी ब्लॉक निवासी विवेक शाहू की हत्या के खुलासे के लिए पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। विवेक का कुछ दिन पहले गुड़गांव में गर्लफ्रेंड से झगड़ा हुआ था। इसके बाद से वह बहुत डरा हुआ था। दूसरी वजह डेढ़ साल पहले विवेक ने जमीन बेची थी, उसको दो करोड़ रुपये मिले थे। ऐसे में करोड़ों रुपये के लिए भी उसका कत्ल किया जा सकता है। सबसे शुरुआती संदेह दिल्ली से आने वाले दोस्तों पर भी है, जिनसे विवेक मिलने गया था। आखिर वे कौन करीबी थे, जिनके लिए विवेक पार्टी करने के लिए जीजा से रुपये मांग रहा था।
विवेक का शव दुल्हैड़ा रोड पर एक खेत के किनारे पड़ा मिला था। कमर में गोली मारी गई थी। बुलेट पेट से पार हो गई थी। विवेक के चेहरे और गले पर चोट के निशान भी मिले हैं। हाथों में मिट्टी मिली है। इससे लग रहा है कि उसने मरने से पहले काफी संघर्ष किया होगा।
पुलिस संदेह जता रही है कि मारपीट के बाद विवेक को गोली मारी गई होगी। गले पर भी उंगलियों के निशान हैं। कैलाशी अस्पताल के आगे से विवेक दुल्हैड़ा कैसे पहुंचा? इसको लेकर पुलिस जगह-जगह लगे सीसीटीवी की फुटेज देख रही है।
सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, विवेक घर से 7:40 बजे निकलते हुए नजर आ रहा है। वह कैलाशी अस्पताल तक पैदल जाते नजर आ रहा है। इससे आगे की फुटेज पुलिस चेक कर रही है। उसका मोबाइल गायब है, ऐसे में मोबाइल में हत्या की वजह से सबूत हो सकते हैं।
जीजा तनुज कुमार का कहना है कि विवेक रात 11 बजे तक घर नहीं पहुंचा तो मोबाइल पर कॉल की। दो बार घंटी गई। तीसरी बार कॉल किया तो मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। इसके बाद उन्होंने आसपास में तलाश की। रिश्तेदारों और दोस्तों से जानकारी ली, लेकिन कुछ पता नहीं चला। दोपहर को उसकी मौत की खबर मिली।