नई दिल्ली। यौन उत्पीड़न के आरोप में भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के लिए दबाव बना रहे प्रदर्शनकारी पहलवानों की मांगों के प्रति दिखाई गई उपेक्षा पर पालम खाप ने शनिवार को निराशा व्यक्त की। पालम खाप के प्रमुख सुरेंद्र सोलंकी ने घोषणा की कि केंद्र सरकार की ‘मनमानी’ कार्रवाई के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के लिए रविवार को हरियाणा के महम में एक मेगा खाप पंचायत बुलाई जाएगी। पंचायत में विभिन्न खापों के नेता आंदोलन के भविष्य की रूपरेखा तय करेंगे।
सोलंकी ने खुलासा किया कि देश भर के खाप नेताओं ने 15 दिन पहले जंतर-मंतर पर केंद्र सरकार को अल्टीमेटम दिया था और पहलवानों की मांगों पर 20 मई तक कार्रवाई करने की मांग की थी। हालांकि केंद्र सरकार कोई पहल करने में विफल रही है।
सोलंकी ने जोर देकर कहा, यह तेजी से स्पष्ट होता जा रहा है कि केंद्र सरकार पहलवानों और खापों की चिंताओं को प्राथमिकता नहीं दे रही है। सरकार को अहंकारी रुख के परिणाम भुगतने होंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि महम में खाप पंचायत के बारे में सरकार को विधिवत सूचित कर दिया गया है। पहलवानों के बढ़ते आंदोलन के लिए सरकार को जवाबदेह ठहराया जाएगा।
इस बीच, पहलवानों और 31 सदस्यीय समिति, जिसमें किसान और खाप नेता शामिल हैं, द्वारा सिंह, जो भाजपा सांसद भी हैं, की गिरफ्तारी का अल्टीमेटम समाप्त होने के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर और सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए हैं। आशंका है कि पहलवालों के समर्थन में किसान यहां एकत्र हो सकते हैं।
पुलिस के मुताबिक, दिल्ली में प्रवेश करने वाले वाहनों की जांच की जाएगी और सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त पिकेट लगाए जाएंगे।
विरोध स्थल पर, सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए रणनीतिक रूप से बहु-स्तरीय बैरिकेड्स की एक श्रंखला लगाई गई है।