ग्रेटर नोएडा। शिव नादर यूनिवर्सिटी में हत्या और आत्महत्या के मामले में पहला मुकदमा दर्ज हुआ है पहला मुकदमा अनुज के खिलाफ फिर दर्ज हुआ है। छात्र अनुज ने .32 बोर की देसी पिस्टल से स्नेहा को तीन गोली मारी। उसके बाद हॉस्टल के कमरा नंबर 328 में गोली मारकर सुसाइड कर लिया। इस मामले में पहली एफआईआर आर्म्स एक्ट के तहत दादरी थाने दर्ज की गई है। ये मुकदमा पुलिस की ओर से दर्ज की गई है।
दरअसल, बुधवार को ग्रेटर नोएडा की शिव नाडर यूनिवर्सिटी में एक छात्र अनुज सिंह ने अपनी क्लासमेट स्नेहा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसने खुद को भी गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। छात्रा कानपुर की रहने वाली थी, जबकि छात्र अमरोहा का था। दोनों बीए सोशियोलॉजी थर्ड ईयर में पढ़ते थे। गुरुवार दोपहर की सीसीटीवी में अनुज और उसकी स्नेहा ने डाइनिंग हॉल के सामने कुछ समय बात करते और गले मिलते नजर आए। इसके बाद अनुज ने पिस्टल से लड़की को गोली मार दी।
एफआईआर के अनुसार शिव नादर यूनिवर्सिटी की सूचना पर पुलिस कर्मी हॉस्टल के कमरा नंबर 328 थर्ड फ्लोर पर गए। उस समय अनुज का शव पेट के बल पड़ा था। एफएसएल की टीम ने शव को पलट कर देखा तो वहां एक पिस्टल देसी .32 बोर की मिली। जिसके चैंबर में एक जिंदा कारतूस और एक जिंदा कारतूस जमीन पर मिला। और दो खोके फर्श पर मिले। पिस्टल में मैगजीन लगी हुई थी।
उसके पास ही एक एक एप्पल का मोबाइल जिसमे कॉलेज का परिचय पत्र मिला। इन सभी को साक्ष्य के रूप में रख लिया गया। इसके बाद एफएसएल की टीम द्वारा साफ फर्श और खून से सने हुए फर्श के सैंपल लिए गए।
इस मामले में मृतक अनुज पर आयुध अधिनियम 1959 धारा 3,25 और 27 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इससे एक दिन पहले ही स्नेहा ने परिजनो मामले में परिजनों ने शिव नाडर यूनिवर्सिटी प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। परिजनों का कहना है कि इतनी फीस देने के बावजूद यूनिवर्सिटी में बच्चों की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। यूनिवर्सिटी में हथियार कैसे आया? पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे स्नेहा के परिजनों ने सीएम योगी से मामले की जांच मांग की है। उन्होंने कहा,’योगी से बोलूंगा, हमने जिंदा बच्चा भेजा था, अब वापस भी जिंदा ही चाहिए।’ पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि जांच की जा रही है।