नयी दिल्ली। देश की समृद्ध विरासत के संरक्षण के प्रयासों के बीच पिछले नौ वर्ष में भारत से चोरी कर के दूसरे देशों में ले जायी गयी कुल 231 धरोहरों और कलात्मक वस्तुओं को देश वापस लाने में सफलता मिली है।
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह ने यहां यहां प्रगति मैदान में पहले तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो 2023 के भ्रमण के दौरान शनिवार को कहा कि सरकार संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के साथ देश में वैज्ञानिक सोच को भी बढ़ावा देने की दिशा में भी कदम उठाए हैं। इस प्रदर्शनी की उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की शनिवार को जारी एक विज्ञप्ति में डॉ सिंह के हवाले से कहा गया है,“ पीएम मोदी द्वारा, कई अनूठी पहल की गईं, जिनमें से एक देश भर में विज्ञान संग्रहालयों की स्थापना है। आकांक्षी (पिछड़े) जिलों में भी विज्ञान संग्रहालयों की स्थापना करके एक शुरुआत की गई है। ”
डॉ सिंह ने कहा,“ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमारी विरासत के संरक्षण और एक नई विरासत के निर्माण को उच्च प्राथमिकता दी है। श्री मोदी के सत्ता संभालने के बाद पिछले नौ वर्षों में 231 चोरी की गई प्राचीन वस्तुओं को भारत वापस लाया गया है। ”
उन्होंने कहा कि इससे पहले आजादी के बाद 2014 तक लगभग 70 वर्षों में भारतीय मूल की लगभग 13 अमूल्य धरोहरें विदेश से वापस लाई गई थीं। उन्होंने कहा कि इस तरह चोरी कर के विदेश ले जाए गए और भी पुरावशेषों को लाने की प्रक्रिया जारी है।
डॉ सिंह ने एक्सपो में विभिन्न मंडपों का दौरा करते हुए मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि पिछले नौ वर्ष में प्रधानमंत्री ने कई अनूठी नई पहल कीं, जिनमें से एक देश भर में विज्ञान संग्रहालयों की स्थापना है। विज्ञान संग्रहालयों की स्थापना आकांक्षी जिलों में भी की जा रही है।