नयी दिल्ली- वैश्विक बाजार की अनिश्चितताओं के बीच भारत का वाणिज्य वस्तुओं का निर्यात जनवरी 2023 में एक वर्ष पहले की तुलना में 6.58 प्रतिशत गिरकर 32.91 अरब डालर के बराबर रहा।
यह जानकारी बुधवार को सरकारी आंकड़ों में दी गई।
यह लगातार दूसरा महीना है जबकि वाणिज्य निर्यात घटा है। दिसंबर में वाणिज्य वस्तुओं का निर्यात 12.2 प्रतिशत से घटकर 34.4 88 अरब डालर रहा था।
जनवरी में आयात में भी कमी के चलते व्यापार घाटा कम हो कर17. 75 अरब डॉलर के बराबर रहा। पिछले 12 महीने में व्यापार घाटे का का यह न्यूनतम स्तर है। इससे पहले जनवरी 2022 में व्यापार घाटा 17.42 अरब डालर था और उसके बाद घाटे का स्तर इससे ऊपर बना रहा।
जनवरी में आयात 3.63 प्रतिशत संकुचित होकर 50.66 अरब डालर के बराबर रहा।
चालू वित्त वर्ष 2022- 23 में अप्रैल से जनवरी तक की 10 मार्च की अवधि में वाणिज्यिक निर्यात एक वर्ष पहले की इसी अवधि की तुलना में 8.51 प्रतिशत वृद्धि के साथ 369.25 अरब डालर जबकि आयात 21.89 प्रतिशत बढ़कर 602.20 डॉलर रहा।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा,“चालू वित्त वर्ष में अब तक वस्तुओं और सेवाओं को मिलाकर निर्यात में कुल वृद्धि करीब 17.33 प्रतिशत रही है। इस वृद्धि के पीछे मुख्य ताकत सेवा क्षेत्र की है जिसका निर्यात ऐतिहासिक रूप से काफी अच्छा चल रहा है,इसमें चालू वित्त वर्ष में इसमें अब तक 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है तथा वाणिज्यिक वस्तुओं का निर्यात कुल मिलाकर 8.5 प्रतिशत वार्षिक की दर से बढ़ा है।”
श्री बर्थवाल ने कहा, “हमें पूरी उम्मीद है कि वैश्विक स्तर पर चुनौतियों के बावजूद हमारे निर्यात में कुल मिलाकर वृद्धि की गति बनी रहेगी।”
सरकारी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष में अप्रैल जनवरी के बीच वाणिज्य को वस्तुओं के व्यापार का घाट 233 अरब डालर रहा।चालू वित्त वर्ष में पहले 10 महीनों में प्लास्टिक लर्न ओलियम रत्न आभूषण लौह अयस्क और इंजीनियरिंग वस्तुओं के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है। इंजीनियरिंग निर्यात अप्रैल से जनवरी 2022 23:00 के बीच 88.27 अरब डालर रहा जो 3.37 प्रतिशत का संकुचन दर्शाता है।
इसी तरह इस दौरान 31.61 अरब डालर के निर्यात के साथ रत्न आभूषण का निर्यात सालाना आधार पर 0.54 प्रतिशत कम हुआ है। लेकिन इस दौरान पेट्रोलियम उत्पाद, चावल सिले सिलाए कपड़ों, रसायन और इलेक्ट्रॉनिक सामान के निर्यात में वृद्धि दर्ज की गई है।
चालू वित्त वर्ष में पहले 10 महीनों में सोने का आयात 11.26 प्रतिशत घटकर 29 अरब डालर के बराबर रहा जबकि पिछले साल इसी दौरान सोने का आयात 40.35 अरब डालर था।